चंडीगढ़: प्रदेश में नई शिक्षा नीति को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल (manohar lal) ने गुरुवार को शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर (kanwarpal gujjar) और अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की. इस बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति को लेकर मंथन किया गया है. उन्होंने कहा कि पूरे देश में शिक्षा नीति 2030 से लागू होनी है, लेकिन प्रदेश सरकार हरियाणा में नई शिक्षा नीति को 5 साल पहले यानी 2025 में ही लागू करने की कोशिश करेगी. नई शिक्षा नीति तीसरी कक्षा से लेकर हायर एजुकेशन पर लागू होगी.
सीएम ने कहा कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय और महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक में केजी से पीजी तक की शिक्षा शुरू होगी. सरकार प्राइवेट सेक्टर के साथ मिलकर प्रदेश को शिक्षा का हब बनाएगी और नई शिक्षा नीति में अनुसंधान पर ज्यादा जोर रहेगा. साथ ही उन्होंने कहा कि हरियाणा उच्चतर शिक्षा परिषद नई शिक्षा नीति की निगरानी करेगी. अब तक देश में बच्चों की पढ़ाई 6 साल से शुरू होती थी, लेकिन अब सरकार आंगनवाड़ी के जरिए 3 साल की उम्र से ही बच्चों की पढ़ाई शुरू करेगी.
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सीएम मनोहर ने बताया कि सरकार ने प्रदेश में 4 हजार प्ले स्कूल खोलने का लक्ष्य रखा है. अब तक 1 हजार स्कूल खुल चुके हैं और जल्द ही सरकार अपना लक्ष्य पूरा करलेगी. उन्होंने कहा कि भविष्य की जरूरतों के हिसाब से पाठक्रम में बदलाव भी किया जाएगा जो बच्चों को आगे जाकर उनका करियर बनाने में काफी मदद करेगा. सीएम ने कहा कि अभी तक बच्चे एक ही विषय को पढ़ पाते थे लेकिन अब मल्टीपल सब्जेक्ट पढ़ाने की शुरुआत की जाएगी. ताकि बच्चों को दूसरे विषयों की भी जानकारी मिले.
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मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश में साईंस को भी बढ़ावा दिया जाएगा. इसलिए हमारी सरकार ने 1,418 कलस्टर बनाए हैं और हर क्लस्टर में 1 साइंस स्कूल जरूर खोला जाएगा. उन्होंने कहा कि सरकार शिक्षा की गुणवत्ता और उसके स्तर पर जोर देगी. शिक्षा में बदलाव के चलते इस बार प्रदेश में अब तक 1लाख 60 हजार बच्चों ने सरकारी स्कूलों में दाखिला लिया है जोकि अच्छी खबर है.