चंडीगढ़: कोरोना महामारी शुरू होने के बाद चंडीगढ़ पीजीआई में कोविड हॉस्पिटल तैयार कर दिया गया था. जिसे डॉ. विपिन कौशल की देखरेख में तैयार किया गया था. इस अस्पताल में अभी तक हजारों कोविड के मरीजों का इलाज हो चुका है. जबकि कई मरीजों का इलाज अभी भी जारी है. पीजीआई में वैक्सीनेशन शुरू होने के बाद हमने कोविड हॉस्पिटल के इंचार्ज डॉ विपिन कौशल से खास बातचीत की.
'लोगों का दर्द भुलाया नहीं जा सकता'
ईटीवी भारत से बात करते हुए उन्होंने कहा कि आज वैक्सीनेशन को शुरू होते देख उन्हें बेहद खुशी हो रही है, क्योंकि उन्होंने हजारों लोगों को कोरोना से संघर्ष करते हुए देखा है. स्वास्थ्य कर्मियों ने भी करोना के खिलाफ बहुत संघर्ष किया है. शुरुआत में हमारे पास करोना के खिलाफ लड़ने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं था, जो हमने बेहद कम समय में तैयार किया. लोगों के दुख दर्द को भी भुलाया नहीं जा सकता, जब लोग अपने परिजनों को छू नहीं सकते थे, उनके पास नहीं जा सकते थे. वह बेहद बुरा समय था.
'वैक्सीनेशन पूरा होने में थोड़ा समय लगेगा'
उन्होंने कहा कि कोरोना बहुत कुछ सिखाया है. आज जो वैक्सीनेशन शुरू हो रही है तो हम सब खुश हैं और राहत की सांस भी ले रहे हैं. अब हम उम्मीद कर रहे हैं कि करोना जल्दी ही खत्म हो जाए. इसके अलावा उन्होंने कहा कि सभी देशवासियों तक वैक्सिन पहुंचाने में थोड़ा समय लगेगा, क्योंकि भारत की जनसंख्या काफी है. हमने 30 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य रखा है जिसके लिए हमें 60 करोड़ वैक्सीन चाहिए. इसमें थोड़ा समय जरूर लगेगा, लेकिन हम इस चुनौती से भी पार पा लेंगे.
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'टीके के बाद भी कोविड नियमों की पालना जरूरी'
डॉ. कौशल ने कहा कि हर व्यक्ति को दो वैक्सीन लगनी है. पहली व्यक्ति लगने के बाद दूसरी डोर करीब 4 हफ्ते के बाद लगाई जाएगी. जिस के करीब 2 हफ्ते के बाद इंसान के शरीर में एंटीबॉडी बनने शुरू हो जाएग, लेकिन लोगों को लापरवाही बिल्कुल नहीं बरतनी है. पहली डोज और दूसरी डोज लगने के बाद भी लोगों को कॉविड को लेकर बने नियमों का पालन करना है.