चंडीगढ़: कांग्रेस अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा, पार्षद दविंदर सिंह बबला, गुरबक्श रावत, शीला फूल सिंह, सतीश कैंथ, रविंदर कौर गुजराल ने नगर निगम मेयर चुनाव में नियमों की अनियमितता और धांधली के खिलाफ चुनाव आयोग को पत्र लिखा है. पत्र में कहा है कि शहर में हाल ही में चंडीगढ़ एमसी मेयर चुनाव हुए हैं. उसमें प्रशासन के अधिकारियों की मिलीभगत से बेहद आपत्तिजनक तरीके से नियमों की धज्जियां उड़ाई गई हैं, जिनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.
कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि भारत को हमेशा से अपने लोकतंत्र पर गर्व है और देश ने हमेशा स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने में सर्वोच्च पारदर्शिता के साथ उच्चतम मानकों को निर्धारित किया है. लेकिन अफसोस की बात है कि हाल ही में हुए मेयर चुनाव में सब इसके उलट हुआ है.
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उन्होंने कहा कि पार्षदों द्वारा अधिकारियों की मौजूदगी में ना केवल स्मार्टफोन को खुलेआम मतदान केंद्र में ले जाया गया और वोट डालने के बाद उसकी तस्वीरें भी खींची गई. ये सब सत्तारूढ़ दल के राजनीतिक दबाव और अधिकारियों की कथित मिलीभगत के कारण हुआ है.
इस पत्र में चंद्रवती शुक्ला ने मेयर चुनाव के लिए भरे नामांकन को खारिज करने की भी जानकारी दी है. कांग्रेस नेताओं ने कहा कि इसे भी सचिव ने जानबूझकर भाजपा को फायदा पहुंचाने के लिए खारिज किया है. कांग्रेस ने नेताओं ने कहा कि भाजपा पार्षदों ने मेयर चुनाव में बैलेट की गोपनीयता भी नहीं रखी, क्योंकि मतदान के बैलेट डालने वाले एरिया को मानक के अनुसार ठीक से छिपाया नहीं गया था.
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चंडीगढ़ कांग्रेस के नेताओं ने अपील की है कि चंडीगढ़ एमसी मेयर चुनाव में पूर्ण उच्च स्तरीय जांच की जानी चाहिए और इसे समयबद्ध तरीके से पूरा किया जाना चाहिए और इसकी जवाबदेही तय की जानी चाहिए. साथ ही दोषी अधिकारियों और अन्य के खिलाफ उचित कार्रवाई की जानी चाहिए और इसे प्राथमिकता पर किया जाना चाहिए.