चंडीगढ़: मंगलवार को हाई कोर्ट में खरखौदा शराब घोटाले के मुख्य आरोपी भूपेंद्र सिंह के भाई जितेंद्र ने हाई कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर की है. हाई कोर्ट के जस्टिस बीएस वालिया ने याचिका पर सुनवाई करते हुए हरियाणा सरकार को 1 जुलाई तक जवाब देने के लिए नोटिस जारी किया है.
दअसल भूपेंद्र की गिरफ्तारी के बाद से ही जितेंद्र फरार चल रहा है. निचली अदालत भी उसकी अग्रिम जमानत की मांग खारिज कर चुकी है. ये मामला सामने आने के बाद पुलिस ने भूपेंद्र सिंह, जितेंद्र, सतीश और संदीप निवासी सिसाना के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी. भूपेंद्र के खिलाफ शराब तस्करी के 11, जितेंद्र के खिलाफ 6 और सतीश के खिलाफ 8 केस पहले से ही दर्ज हैं.
क्या है शराब घोटाला ?
सोनीपत के खरखौदा में एक गोदाम से लॉकडाउन के दौरान लाखों रुपये की शराब गायब हुई थी. इस गोदाम में करीब 14 मामलों में पुलिस द्वारा जब्त की गई शराब रखी गई थी, लेकिन मुकदमों के तहत सील करके रखी गई शराब में से 5500 पेटियां लॉकडाउन के दौरान ही गायब हो गई. इस गोदाम में पुलिस ने सीज की हुई शराब भी रखी थी. भूपेंद्र इस गोदाम का ठेकेदार है. ठेकेदार भूपेंद्र को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है.
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कैसे हुई तस्करी?
खरखौदा में बाइपास पर शराब तस्करी के करीब 15 मामलों में नामजद भूपेंद्र का शराब गोदाम है. यह गोदाम भूपेंद्र ने अपनी मां कमला देवी के नाम पर काफी वक्त से किराए पर ले रखा है. आबकारी विभाग और पुलिस ने साल 2019 के फरवरी और मार्च में छापामारी की कार्रवाई करते हुए गोदाम में बड़े स्तर पर अवैध शराब पकड़ी थी. इसके साथ ही सात ट्रकों में पकड़ी गई शराब भी इस गोदाम में रखी गई थी.