चडीगढ़: हरियाणा सरकार ने ब्लैक फंगस को अधिसूचित रोग घोषित कर दिया है. अब ब्लैक फंगस का मरीज मिलने के बाद डॉक्टर जिले के सीएमओ को रिपोर्ट करेंगे. पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट रोहतक के वरिष्ठ चिकित्सक कोरोना से निपटने वाले प्रदेश के सभी डॉक्टरों के साथ इसके इलाज को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंस करेंगे.
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने इस बात की जानकारी दी है. डीजी हेल्थ से जो बात हुई है उनके अनुसार अभी आंकड़े लिए जा रहे हैं. आंकड़ों की कोई औपचारिक जानकारी नहीं दी जा सकती.
एक जानकारी के मुताबिक रोहतक में सितंबर 2020 से अप्रैल 2021 तक आठ महीने में इस बीमारी के 21 केस आए थे, लेकिन वहीं पिछले 15 दिनों में ही 6 नए मामले सामने आ चुके हैं. इन सभी मरीजों का ऑपरेशन होना है. एक गंभीर मरीज की मौत हो चुकी है.
अभी नहीं मिले आधिकारिक आंकड़ें
अनौपचारिक तौर पर रोहतक पीजीआई के अलावा गुरुग्राम में 14, फरीदाबाद में 6, करनाल में 2, फतेहाबाद और झज्जर में 1-1 केस मिले हैं. रोहतक ज्यादातर उन लोगों को ब्लैक फंगस की शिकायत हो रही है. जिनको शुगर है और कोरोना संक्रमण से स्वस्थ हो चुके हैं. वहीं स्टेरॉयड लेने वाले गंभीर कोरोना मरीज को इसका ज्यादा खतरा रहता है. अधिकतर 45 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्ति को ब्लैक फंगस हो रहा है.
कैसे होता है ब्लैक फंगस?
अभी इस ब्लैक फंगस का संक्रमण बहुत कम देखने को मिल रहा है, लेकिन यह घातक होता है. यह पहले त्वचा में दिखता है और फिर फेफड़ों और मस्तिष्क को भी संक्रमित करता है. कोविड टास्क फोर्स ने इस खतरनाक फफूंदी को लेकर लोगों को एक एडवाइजरी जारी कर सावधान किया. ये फफुंदी उन लोगों को जकड़ रही है जो संक्रमित होने की वजह से दवाएं खा रहे हैं.