चंडीगढ़: हरियाणा सरकार ने डॉर्क जोन वाले जिलों में धान की जगह दूसरी फसल लगाने की योजना बनाई थी. इस योजना को मेरा पानी मेरी योजना का नाम दिया गया. जिसका अब प्रदेशभर के किसान विरोध कर रहे हैं. योजना के तहत किसानों से डॉर्क जोन वाले इलाके में धान की फसल ना लगाने की अपील की गई है.
अब प्रदेश के किसान इस योजना का विरोध कर रहे हैं. जिसपर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला ने कहा कि जब भी कोई इस प्रकार का बड़ा और कड़ा कदम उठाया जाता है तो उसका रिएक्शन भी होता है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में पानी बचाने की जिम्मेदारी किसान और सरकार समेत विपक्ष की भी बनती है.
सुभाष बराला ने योजना पर कहा कि सरकार जब इस तरह के कदम उठाती हैं तो कुछ ऐसी बातें आती हैं, जिससे किसानों को लगता है कि हमारे हकों के साथ कुठाराघात होगा, पर प्रदेश के मुख्यमंत्री ये साफ कर चुके हैं कि किसानों को दिक्कत नहीं आने दी जाएगी. बराला ने कहा कि किसानों के विरोध के बाद सरकार ने योजना में थोड़ा बदलाव किया है. ताकि किसानों की परेशानी को दूर किया जा सके.
जनता तक पहुंचाई जाएगी केंद्र सरकार की योजना
दूसरी खबर ये है कि केंद्र सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला साल पूरा होने जा रहा है. ऐसे में केंद्र सरकार ने दूसरे कार्यकाल के 1 साल की उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाने की योजना बनाई है. हरियाणा बीजेपी ने भी इसके लिए तैयारी पूरी कर ली है. जिसको लेकर बुधवार को बीजेपी हरियाणा कोर ग्रुप की अहम बैठक हुई.
कोर ग्रुप की बैठक में केंद्रीय मंत्री, हरियाणा के मुख्यमंत्री, सांसद समेत बीजेपी विधायक भी शामिल हुए. इसपर हरियाणा बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला ने बताया कि हम केंद्र सरकार की 1 साल की उपलब्धियां और कोरोना काल के घटनाक्रम को जनता तक पहुंचाने के लिए व्यक्तिगत संपर्क, डिजिटल संपर्क और वर्चुअल संपर्क के माध्यम से जनता के बीच में जाएंगे.
सुभाष बराला ने कहा कि व्यक्तिगत संपर्क के माध्यम से हम 20 लाख परिवारों तक देश के प्रधानमंत्री और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का संदेश लेकर जाएंगे. इसको लेकर दो लोगों की जोड़ी घरों में जाएगी. ज्यादा गैदरिंग ना हो ये भी सुनिश्चित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि डिजिटल तरीके से अपनी बात लोगों तक पहुंचाने के लिए व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम टि्वटर और फेसबुक का सहारा लिया जाएगा. जिसमें मुख्यमंत्री भी अपनी बात जनता के सामने रखेंगे.
ये भी पढ़ें- डॉर्क जोन में धान उगाने वाले किसानों पर कोई दबाव नहीं, ये केवल अपील -सीएम
बराला ने कहा कि वर्चुअल संपर्क के माध्यम से भी लोगों तक बात पहुंचाना तय किया गया है. (वर्चुअल एक ऐसी टेक्नॉलीजी है. जिससे आप स्क्रीन के जरिए अपनी बात दूसरों तक रख सकते हैं और उनकी बात सुन सकते हैं) बराला ने कहा कि प्रदेश में एक वर्चुअल रैली भी होगी. इस रैली को मुख्यमंत्री मनोहर लाल संबोधित करेंगे.