चंडीगढ़ः हरियाणा लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक गलियारों में सरगर्मियां तेज हो चुकी है. बीजेपी हरियाणा ने 8 लोकसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं.
बीजेपी ने हरियाणा लोकसभा प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी की है. फिलहाल दो सीटों के प्रत्याशियों के नाम की घोषणा अभी तक नहीं हुई है.
ये होंगे हरियाणा में BJP के 8 सीटों के प्रत्याशी-
अम्बाला: रतन लाल कटरिया
अम्बाला लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी के मौजूदा सांसद रतन लाल कटरिया का टिकट कटने की चर्चा थी मगर पार्टी ने फिर उन पर विश्वास जताया है. दरअसल 2009 में लोकसभा चुनाव में अम्बाला से कुमारी शैलजा ने जीत दर्ज की थी. मगर उसके बाद 2013 में वो राज्यसभा में चली गई. 2014 का लोकसभा चुनाव रतन लाल कटारिया ने भारी बहुमत से जीता था.
अब कुमारी शैलजा के फिर वापस चुनाव लड़ने की उम्मीद है. अगर ऐसा होता है तो इस सीट पर बीजेपी के लिए चुनौती कड़ी रह सकती है. वहीं इनेलो की तरफ से पिछले चुनाव में कुसुम शेरवाल ने चुनाव लड़ा था इस बार शेरवाल परिवार जेजेपी से जुड़ गया है. ऐसे में जेजेपी से कुसुम या उनके पति चुनाव लड़ सकते हैं. अम्बाला लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत 9 विधानसभा क्षेत्र कालका, पंचकूला, अम्बाला शहर, अम्बाला कैंट, मुलाना, नारायणगढ़, साढ़ौरा, जगाधरी और यमुनानगर हैं. इन सभी विधानसभा क्षेत्रों में 2014 हरियामा विधानसभा चुनाव में बीजेपी के विधायक जीते थे.
कुरुक्षेत्र: नायब सिंह सैनी
कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट बीजेपी के खाते में थी मगर यहां से सांसद राजकुमार सैनी लगातार बीजेपी पर हमलावर रहे. राजकुमार सैनी ने हरियाणा में जाट वर्सिज नॉन-जाट का मुद्दा बड़े स्तर पर उठाया. फिलहाल राजकुमार सैनी ने अपनी अलग पार्टी बना ली है. राजकुमार सैनी कुरुक्षेत्र से मैदान में थे जिसकी जगह अब बीजेपी ने अपने श्रम एवं रोजगार राज्यमंत्री नायब सिंह सैनी को मैदान में उतारा है. नायब सिंह सैनी नारायणगढ़ से 24 हजार वोटों से चुनाव जीते थे. हालांकि इससे पहले राजकुमार सैनी 2009 में नारायणगढ़ से बुरी तरह से हार गए थे. अब पार्टी ने नायब सैनी पर भरोसा जताया है. नायब सैनी मुख्यमंत्री के करीबियों में हैं. सैनी के मुकाबले मौजूदा सांसद राजकुमार सैनी और कांग्रेस की तरफ से नवीन जिंदल के मैदान में रहने की चर्चा है.
सिरसा: सुनीता दुग्गल
इस सीट पर बीजेपी ने सुनीता दुग्गल को मैदान में उतारा है. दरअसल सुनीता दुग्गल हरियाणा अनुसूचित जाति वित एंव विकास निगम की चैयरमेन है. सिरसा की सीट एससी आरक्षित सीट है. सुनीता दुग्गल के पति आईपीएस अधिकारी हैं. सिरसा लोकसभा की बात की जाए तो सिरसा में नरवाना, टोहाना, रतिया, फतेहबाद, सिरसा, रनिया, ऐलनाबाद कालांवाली और डबवाली विधानसभा हल्के हैं. ये सीट पिछले चुनाव में इनेलो के खाते में थी जिसमें इनेलो के सांसद चरणजीत सिंह रोड़ी ने जीत हासिल की थी. रोड़ी ने मौजूदा सांसद अशोक तंवर और बीजेपी-हजकां उम्मीदवार डॉ सुशील इंदोरा को हराया था.
करनाल: संजय भाटिया
करनाल लोकसभा क्षेत्र मुख्यमंत्री का ग्रह क्षेत्र है जिस पर मुख्यमंत्री की भी साख दांव पर रहेगी. इस सीट पर मौजूदा सांसद अश्वनी चोपड़ा ने बड़े मार्जिन से चुनाव जीता था. करनाल सीट पर उम्मीदवार बदला गया है. अब अश्वनी चोपड़ा की जगह संजय भाटिया को बीजेपी ने मैदान में उतारा है. संजय भाटिया पानीपत से हैं और बीजेपी के प्रदेश महामंत्री हैं. करनाल से सांसद रहे अरविन्द शर्मा के करनाल से चुनाव लड़ने की सम्भावना थी जो अब रोहतक से चुनाव लड़ सकते हैं. करनाल में निकाय चुनाव में मिली सफलता से बीजेपी के हौसले बुलंद नजर आ रहे हैं. करनाल लोकसभा क्षेत्र में नीलोखेड़ी, इंद्री, करनाल, घरौंडा, असंध, पानीपत शहरी, पानीपत ग्रामीण, समालखा विधानसभा क्षेत्र आते हैं.
सोनीपत: रमेश कौशिक
सोनीपत लोकसभा सीट की बात की जाए तो यहां पर भी मौजूदा सांसद रमेश चन्द्र कौशिक को ही बीजपी ने मैदान में उतारा है. रमेश कौशिक पर फिर दांव खेला गया है. चर्चा है कि कांग्रसे की ओर से सोनीपत लोकसभा सीट से भूपेंद्र सिंह हुड्डा को उतारा जा सकता है. अगर ऐसा होता है तो मुकाबला दिलचस्प रहने वाला है. रमेश चंद्र कौशिक मौजूदा सांसद हैं जिनका विरोध नजर नहीं आया. हालांकि इस सीट पर राजीव जैन की भी दावेदारी मानी जा रही थी. सोनीपत सीट की बात की जाए तो इसमें गन्नौर, राई, जींद, सफीदों, जुलाना, सोनीपत, बरोदा, गोहाना और खरखौदा विधानसभा क्षेत्र आते हैं.
भिवानी-महेंद्रगढ़: धर्मबीर सिंह
धर्मबीर सिंह भिवानी से बीजेपी के मौजूदा सांसद हैं. धर्मबीर सिंह पर फिर बीजेपी ने फिर से भरोसा जताया है. धर्मबीर सिंह के सामने इस बार भी कांग्रेस विधायक दल की नेता किरण चौधरी की बेटी श्रुति चौधरी मैदान में रहने वाली हैं. भिवानी लोकसभा क्षेत्र में भिवानी, लोहारू, बाढड़ा, दादरी, तोशाम, अटेली, महेंदगढ़, नांगल चौधरी और नारनौल विधानसभा क्षेत्र आते हैं.
गुरुग्राम: राव इंद्रजीत सिंह
गुरुग्राम से राव इंद्रजीत सिंह काफी मजबूत हैं और बीजेपी के मौजूदा सांसद व केंद्रीय मंत्री हैं. चार बार संसद रह चुके राव इंद्रजीत सिंह को फिर बीजेपी ने मैदान में उतरा है. राव 1998 में महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट से भी जीत दर्ज कर चुके हैं जिसके बाद लगातार तीन बार गुरुग्राम से सांसद रहे हैं. हालांकि 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे. गुरुग्राम लोकसभा क्षेत्र में बावल, रेवाड़ी, पटौदी, बादशाहपुर, गुरुग्राम, सोहना, नूहं, फिरोजपुर झिरका और पुन्हाना विधानसभा क्षेत्र आते हैं.
फरीदाबाद: कृष्णपाल गुर्जर
फरीदाबाद से बीजेपी ने मौजूदा सांसद कृष्णपाल गुर्जर को फिर मैदान में उतारा है. कृष्णपाल गुर्जर ने 2014 में फरीदबाद से दो बार के सांसद रहे अवतार भड़ाना को हराकर जीत दर्ज की थी. गुर्जर को इस जीत के बाद केंद्र में मंत्री बनाकर पूरा सम्मान दिया गया. भड़ाना ने बीजेपी छोड़कर हाल ही में कांग्रेस में ज्वाइन की है. माना जा रहा है कि कांग्रेस फिर अवतार सिंह भड़ाना को मैदान में उतार सकती है क्योंकि वो यहां से तीन बार लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं. फरीबाबाद की इस सीट पर अक्सर कांग्रेस और बीजपी की लड़ाई रही है. फरीदाबाद लोकसभा सीट की बात की जाए तो इस सीट में होडल, पलवल, हथीन, पृथला, फरीदाबाद एनआईटी, तिगांव, फरीदाबाद, बड़खल और बल्लभगढ़ विधानसभा क्षेत्र हैं.
इसके अलावा हिसार और रोहतक के प्रत्याशियों की घोषणा अभी बाकी है.