चंडीगढ़: अभय चौटाला ने किसान आंदोलन के समर्थन में इस्तीफा देने की बात कही है. उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष को चिट्ठी लिखकर कहा कि अगर 26 जनवरी तक नए कृषि कानून वापस नहीं हुए तो वो इसे ही इस्तीफा समझें. इस पर भूपेंद्र हुड्डा ने प्रतिक्रिया दी है. हुड्डा का कहना है कि अभय चौटाला ऐसा करके सरकार की मदद कर रहे हैं.
भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि अगर वो इस्तीफा दे देंगे तो इससे सरकार को फायदा होगा. विपक्ष की एक सीट कम हो जाएगी और ये अप्रत्यक्ष रूप से सरकार की मदद होगी. हुड्डा ने कहा कि इस्तीफे की बजाए अभय चौटाला को अविश्वास प्रस्ताव पर सरकार के विरूद्ध वोट करना चाहिए.
हुड्डा ने कहा कि आगामी विधानसभा सत्र में कांग्रेस गठबंधन सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने जा रही है. अगर अविश्वास प्रस्ताव पर सरकार के खिलाफ वोट करने की बजाए अभय चौटाला विधायक पद से इस्तीफा देते हैं तो विपक्ष की एक सीट कम हो जाएगी और इससे सरकार का फायदा होगा.
मुख्यमंत्री के बयान पर क्या बोले हुड्डा
भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि मुख्यमंत्री कहते हैं कि हम उकसा रहे हैं. लेकिन मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि उनका विरोध क्यों हो रहा है. कानून हम तो नहीं लाए. अपनी कमजोरी दूसरे पर डालना चाहते हैं. हुड्डा ने कहा हम आंदोलन का नेतृत्व नहीं कर रहे बल्कि समर्थन कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि इन सभाओं की बजाय हरियाणा के मुख्यमंत्री को केंद्र में जाकर किसानों के लिए बातचीत करनी चाहिए. हुड्डा ने कहा कि मुख्यमंत्री को तो केंद्र सरकार को मनाना चाहिए कि कानून वापस लें. हुड्डा ने कहा कि हरियाणा में अराजकता फैलने का खतरा है. जिम्मेदार पदों पर बैठे लोगों को उकसाने की बात नहीं करनी चाहिए.
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