ETV Bharat / state

कांग्रेस में रार! हुड्डा बोले- अंबाला में बुलाया होता तो निगम चुनाव के नतीजे कुछ और होते

author img

By

Published : Dec 31, 2020, 2:36 PM IST

Updated : Dec 31, 2020, 8:28 PM IST

निकाय चुनाव के दौरान कांग्रेस को अंबाला में मिली हार के बाद पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के कुमारी सैलजा को लेकर दिए गए बयान ने राजनीतिक गलियारों में सरगर्मी पैदा कर दी है.

bhupinder hooda on kumari selja
bhupinder hooda on kumari selja

चंडीगढ़: हरियाणा के निकाय चुनावों के नतीजों में कांग्रेस को सोनीपत में मेयर पद पर जहां जीत मिली है तो वहीं पंचूकला और अंबाला में पार्टी को हार का सामना करना पड़ा.

पंचकूला में तो फिर भी कांग्रेस उम्मीदवार पूर्व मेयर उपेंद्र कौर अहलूवालिया ने बीजेपी के उम्मीदवार और नवनिर्वाचित मेयर कुलभूषण गोयल को टक्कर दी, लेकिन अंबाला में मिली हार कांग्रेस के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं है. क्योंकि अंबाला से कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सैलजा सांसद रही हैं, यहां से जीतने के बाद वो केंद्रीय मंत्री भी रह चुकी हैं.

सुनिए पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा का बयान.

इसके साथ ही वो राज्यसभा की सदस्य भी रह चुकी हैं. इस चुनाव में उन्होंने प्रचार में कोई कमी नहीं छोड़ी थी. इसके बाद भी कांग्रेस चौथे स्थान पर रही है. यहां कांग्रेस की हालत इतनी बिगड़ी कि वोटों के मामले में वो चौथे नंबर पर खिसक गई.

वहीं इस हार के बाद एक बार फिर कांग्रेस के अंदर की रार सामने आई है. चुनाव नतीजे सामने आने के बाद नेता विपक्ष और पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सैलजा को लेकर ऐसा बयान दे डाला कि राजनीतिक गलियारों में कांग्रेस की रार एक बार फिर से चर्चा होने लगी.

ये भी पढ़ें- अंबाला मेयर चुनाव जीतने के बाद HJP सुप्रीमो विनोद शर्मा की पहली प्रतिक्रिया

पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि मुझे पंचकूला व अम्बाला में बुलाया नहीं गया, अगर बुलाया तो जरूर जाता. उम्मीदवार ने मुझे नहीं बुलाया. सर्कुलर उन पर भी जारी होता है, क्या वो सभी जगह गई थीं. मुझे बुलाया जाता तो मैं जरूर जाता. अम्बाला, पंचकूला में हार के क्या कारण थे इसका पार्टी को मंथन करना चहिये.

बता दें कि, हुड्डा का ये बयान सोनीपत में कांग्रेस के उम्मीदवार के द्वारा जीत दर्ज करने और अंबाला में मिली हार के बाद आया. ऐसे में कांग्रेस में सब कुछ ठीक चल रहा है या नहीं एक बार फिर से इस बात की चर्चा होने लगी है.

ये भी पढ़ें- निकाय चुनाव के नतीजों पर बोले शंभू बॉर्डर पर धरना दे रहे किसान- जनता ने बीजेपी को दिखाया आईना दिखाया

गौरतलब है कि अंबाला मेयर चुनाव में हरियाणा जनचेतना पार्टी की प्रत्याशी शक्ति रानी शर्मा ने जीत हासिल की है. शक्ति रानी ने बीजेपी की वंदना शर्मा को शिकस्त दी है. कांग्रेस उम्मीदवार मीना अग्रवाल चौथे नंबर पर रहीं.

यहां गौर करने वाली बात ये भी है कि हरियाणा जनचेतना पार्टी की प्रत्याशी शक्ति रानी शर्मा पार्टी के संस्थापक पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा की धर्मपत्नी हैं. विनोद शर्मा को पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के करीबी लोगों में गिना जाता रहा है.

खैर 2019 के विधानसभा में कांग्रेस पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा का जादू देख चुकी है. वहीं इस साल पहले बरोदा उपचुनाव और अब सोनीपत निगम चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी को जीत मिली है. ऐसे में अंबाला चुनाव के नतीजों पर दिया गया हुड्डा का ये बयान कांग्रेस हाईकमान के संज्ञान में भी जरूर जाएगा.

ये भी पढ़ें- निकाय चुनाव परिणाम: अंबाला में चौथे नंबर पर रही कांग्रेस

चंडीगढ़: हरियाणा के निकाय चुनावों के नतीजों में कांग्रेस को सोनीपत में मेयर पद पर जहां जीत मिली है तो वहीं पंचूकला और अंबाला में पार्टी को हार का सामना करना पड़ा.

पंचकूला में तो फिर भी कांग्रेस उम्मीदवार पूर्व मेयर उपेंद्र कौर अहलूवालिया ने बीजेपी के उम्मीदवार और नवनिर्वाचित मेयर कुलभूषण गोयल को टक्कर दी, लेकिन अंबाला में मिली हार कांग्रेस के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं है. क्योंकि अंबाला से कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सैलजा सांसद रही हैं, यहां से जीतने के बाद वो केंद्रीय मंत्री भी रह चुकी हैं.

सुनिए पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा का बयान.

इसके साथ ही वो राज्यसभा की सदस्य भी रह चुकी हैं. इस चुनाव में उन्होंने प्रचार में कोई कमी नहीं छोड़ी थी. इसके बाद भी कांग्रेस चौथे स्थान पर रही है. यहां कांग्रेस की हालत इतनी बिगड़ी कि वोटों के मामले में वो चौथे नंबर पर खिसक गई.

वहीं इस हार के बाद एक बार फिर कांग्रेस के अंदर की रार सामने आई है. चुनाव नतीजे सामने आने के बाद नेता विपक्ष और पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सैलजा को लेकर ऐसा बयान दे डाला कि राजनीतिक गलियारों में कांग्रेस की रार एक बार फिर से चर्चा होने लगी.

ये भी पढ़ें- अंबाला मेयर चुनाव जीतने के बाद HJP सुप्रीमो विनोद शर्मा की पहली प्रतिक्रिया

पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि मुझे पंचकूला व अम्बाला में बुलाया नहीं गया, अगर बुलाया तो जरूर जाता. उम्मीदवार ने मुझे नहीं बुलाया. सर्कुलर उन पर भी जारी होता है, क्या वो सभी जगह गई थीं. मुझे बुलाया जाता तो मैं जरूर जाता. अम्बाला, पंचकूला में हार के क्या कारण थे इसका पार्टी को मंथन करना चहिये.

बता दें कि, हुड्डा का ये बयान सोनीपत में कांग्रेस के उम्मीदवार के द्वारा जीत दर्ज करने और अंबाला में मिली हार के बाद आया. ऐसे में कांग्रेस में सब कुछ ठीक चल रहा है या नहीं एक बार फिर से इस बात की चर्चा होने लगी है.

ये भी पढ़ें- निकाय चुनाव के नतीजों पर बोले शंभू बॉर्डर पर धरना दे रहे किसान- जनता ने बीजेपी को दिखाया आईना दिखाया

गौरतलब है कि अंबाला मेयर चुनाव में हरियाणा जनचेतना पार्टी की प्रत्याशी शक्ति रानी शर्मा ने जीत हासिल की है. शक्ति रानी ने बीजेपी की वंदना शर्मा को शिकस्त दी है. कांग्रेस उम्मीदवार मीना अग्रवाल चौथे नंबर पर रहीं.

यहां गौर करने वाली बात ये भी है कि हरियाणा जनचेतना पार्टी की प्रत्याशी शक्ति रानी शर्मा पार्टी के संस्थापक पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा की धर्मपत्नी हैं. विनोद शर्मा को पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के करीबी लोगों में गिना जाता रहा है.

खैर 2019 के विधानसभा में कांग्रेस पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा का जादू देख चुकी है. वहीं इस साल पहले बरोदा उपचुनाव और अब सोनीपत निगम चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी को जीत मिली है. ऐसे में अंबाला चुनाव के नतीजों पर दिया गया हुड्डा का ये बयान कांग्रेस हाईकमान के संज्ञान में भी जरूर जाएगा.

ये भी पढ़ें- निकाय चुनाव परिणाम: अंबाला में चौथे नंबर पर रही कांग्रेस

Last Updated : Dec 31, 2020, 8:28 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.