चंडीगढ़: तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन लगातार जारी है. इस बीच बड़ी खबर ये है कि भारतीय किसान यूनियन (भूपेंद्र सिंह मान गुट) ने ना सिर्फ कृषि कानूनों का खुला समर्थन कर दिया है बल्कि गुट के प्रतिनिधिमंडल ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मुलाकात कर उन्हें कुरुक्षेत्र के शाहबाद में होने वाली महापंचायत के लिए न्यौता भी दिया है.
दरअसल, मंगलवार को भारतीय किसान यूनियन (भूपेंद्र सिंह मान गुट) के प्रदेश अध्यक्ष गुनीप्रकाश की अगुवाई में किसानों के प्रतिनिधिमंडल ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मुलाकात की और मुख्यमंत्री का कुरुक्षेत्र में होने वाली महापंचायत का न्यौता दिया. साथ ही सीएम को पगड़ी पहनाकर सम्मानित भी किया.
इसके साथ ही भारतीय किसान यूनियन (चढूनी गुट) के प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी को खुला चैलेंज देते हुए गनीप्रकाश ने कहा कि ये लोग कहते हैं कि बीजेपी के नेताओं को हरियाणा में कार्यक्रम नहीं करने दिया जाएगा, लेकिन हम सीएम मनोहर लाल को महापंचायत में बुला रहे हैं. अगर किसी में हिम्मत है तो कार्यक्रम का विरोध करके दिखाएं. हम शांतिपूर्ण तरीके से महापंचायत का आयोजन कर रहे हैं. अगर फिर भी किसी ने लाठी-डंडे चलाए तो हम भी कड़ा जवाब देंगे.
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भारतीय किसान यूनियन (भूपेंद्र सिंह मान गुट) के प्रदेश अध्यक्ष गुनीप्रकाश ने कहा कि ये लोग कहते हैं कि कृषि कानून काले हैं, लेकिन वो आजतक ना तो मंत्रियों को और ना ही हरियाणा सरकार को ये बता पाएं हैं कि आखिर इन कानूनों में काला क्या है. ये सभी लोग दूसरी राजनीतिक पार्टियों से जुड़े हुए लोग हैं, जिनका मकसद सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलना है, जबकि सच्चाई ये है कि कृषि कानूनों किसानों की भलाई के लिए ही लाए गए हैं.
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इससे पहले हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के कार्यक्रम का विरोध करने के सवाल पर गुनीप्रकाश ने कहा कि पहले बीजेपी के या सरकारी कार्यक्रम का विरोध हुआ था, लेकिन इस बार वो कार्यक्रम करवाएंगे. उन्होंने आरोप लगाया कि गुरनाम सिंह चढ़ूनी राजनीति के लिए इन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं.