चंडीगढ़ः मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी कार्यक्रम के परियोजना निदेशक डॉ. राकेश गुप्ता और सीएम के ओएसडी भूपेश्वर दयाल ने सीएम विंडो के संबंध में नोडल अधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान नोडल अधिकारियों को एक साल से पुराने लंबित मामलों को अगली बैठक से पहले निपटान करने के आदेश दिए गए.
बैठक में विकास एवं पंचायत विभाग के अंतर्गत प्राप्त शिकायत पर संज्ञान लेते हुए पानीपत जिला के उपायुक्त को सरपंच के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने के निर्देश दिए गए हैं. वहीं एक अन्य मामले में शाहबाद में तैनात लेखाकार मंजू शर्मा के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं.
भूपेश्वर दयाल ने बताया कि मुख्यमंत्री ने सीएम विंडो पर आई भ्रष्टाचार की शिकायतों पर कड़ा संज्ञान लिया है. उन्होंने बताया कि विभिन्न मामलों में एफआई दर्ज करने और सरकारी कर्मचारियों के शिकायतों के निपटान में लापरवाही बरतने के कारण विभागीय जांच के निर्देश दिए हैं.
उन्होंने कहा कि बैठक में परिवहन विभाग का एक मामला सामने आया, जिसमें मामले को निपटाने के लिए शिकायतकर्ता के फर्जी हस्ताक्षर करके सीएम विंडो पोर्टल पर एटीआर अपलोड की गई. जिस पर संज्ञान लेते हुए डॉ. राकेश गुप्ता ने संबंधित अधिकारी के खिलाफ विभागीय जांच के निर्देश दिए हैं. इसी तरह और भी कई मामलों के निपटान के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश जारी किए गए हैं.
डॉ. गुप्ता ने सोशल मीडिया पर प्राप्त शिकायतों की भी समीक्षा की और उन विभागों की सराहना की जिन्होंने शिकायत पर तत्काल कार्रवाई की. उन्होंने नोडल अधिकारियों को पिछले साल के लंबित मामलों को एक महीने के अंदर निपटाने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि सीएम विंडो पर जिन विभागों का प्रदर्शन संतोषजनक नहीं है, उनके विभागों के अधिकारियों की बैठक 30 जुलाई को होगी.