चंडीगढ़: राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं में और अधिक विस्तार के दृष्टिगत राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के लिए वर्ष 2021-2022 बजट में उल्लेखनीय वृद्धि अपेक्षित है. विभाग द्वारा आगामी वित्तीय वर्ष में किए जाने वाले नई परियोजनाओं का ब्लूप्रिंट (खाका) तैयार किया गया है.
हरियाणा स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा की अध्यक्षता में आज चंडीगढ़ में वर्ष 2021-2022 के कार्यक्रम कार्यान्वयन योजना (पीआईपी) के सम्बन्ध में बैठक हुई.
इस बैठक में मिशन निदेशक प्रभजोत सिंह ने बताया कि एनएचएम के लिए बजट वित्तीय वर्ष 2020-2021 के लिए 944.63 करोड़ रुपये था और ये काफी हद तक बढ़ने की संभावना है क्योंकि किफायती दरों पर प्रमुख स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित करना राज्य सरकार की प्राथमिकता है.
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बैठक में उच्चधिकारियों को अवगत करवाया गया कि विभाग द्वारा मातृ स्वास्थ्य, बाल स्वास्थ्य में सुधार लाने के लिए कई कार्यक्रम शुरू करने की योजना है और राज्य में यूनिवर्सल टीकाकरण कार्यक्रम-इलेक्ट्रॉनिक वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क-ईवीआईएन को लागू करने का भी लक्ष्य है.
ई-विन रोल आउट के लाभ के बारे में बताते हुए अरोड़ा ने कहा कि ‘ई-विन’ वैक्सीन कवरेज में व्यापक असंतुलन को दूर करने के लिए एक एकीकृत समाधान है. इसके अलावा, ई-विन पोर्टल भारत में सभी कोल्ड चेन पॉइंट्स पर दक्षता बनाए रखने में मदद करेगा. बैठक में ये भी बताया गया कि एनएचएम की हरियाणा में 200 स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र स्थापित करने की योजना है.
बैठक में एनएचएम, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने राज्य भर में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए मौजूदा कार्यक्रमों को बेहतर बनाने के तरीकों पर चर्चा की. बैठक में महानिदेशक स्वास्थ्य सेवाएं हरियाणा डॉ. सूरजभान कम्बोज, निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. ऊषा गुप्ता और कई अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे.
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