चंडीगढ़: हरियाणा में एचसीएस की परीक्षा 21 मई को हुई थी. परीक्षा के बाद से ही इस पर विवाद जारी है. अब इस मुद्दे को लेकर आम आदमी पार्टी प्रदेश सरकार को घेरती हुई नजर आ रही है. आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद सुशील गुप्ता ने सोमवार को एचसीएस परीक्षा में अनियमितता को लेकर प्रारंभिक परीक्षा को रद्द करने की मांग की है. इस संबंध में उन्होंने हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को पत्र लिखकर HPSC के चेयरमैन को बर्खास्त करने की मांग की है.
सुशील गुप्ता ने कहा कि प्रदेश में बेरोजगारी दर देश में सबसे ज्यादा है, नौकरी भर्ती आयोग परीक्षाओं में धांधली कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि एचसीएस की परीक्षा का रिजल्ट बार-बार बदलने की वजह से खट्टर सरकार में एचपीएससी इतिहास का सबसे नकारा और अयोग्य कमीशन साबित हुआ है. उन्होंने बताया कि एचसीएस की प्रारंभिक परीक्षा के दूसरे पेपर में पास होने के लिए केवल 33 प्रतिशत अंकों की जरूरत होती है, जबकि कमीशन ने 38 प्रश्न पुराने पेपर से उठा कर ज्यों के त्यों इस बार की परीक्षा में दे दिए. इसको लेकर कुछ अभ्यर्थियों को भी पुराना पेपर पढ़ने के निर्देश दिए. इस तरीके से पेपर लीक और भ्रष्टाचार किया गया. जब हाईकोर्ट की फटकार पड़ी तो एचपीएससी ने 62 सवालों के आधार पर रिजल्ट बनाए जाने की बात कही. साथ ही कहा गया कि जिन्होंने 38 सवालों को मिलाकर 33 प्रतिशत अंक हासिल किए, उनको भी पास माना जायेगा.
सुशील गुप्ता ने कहा की कुछ अभ्यर्थियों के हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाने की वजह से दोबारा से 38 सवालों को जोड़कर परिणाम निकालने का आश्वासन दिया गया. उन्होंने कहा कि ये एचपीएससी में ही संभव है कि एक परीक्षा के परिणाम दो-दो और तीन बार निकाले जा रहे हैं. उन्होंने परीक्षा को रद्द कर दोबारा आयोजित करने और एचपीएससी चेयरमैन को बर्खास्त करने की मांग की है.
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