चंडीगढ़: हरियाणा सरकार ने प्रदेश में खेल को बढ़ावा देने के लिए एक बड़ा ऐलान किया है. सरकार ने फैसला किया है कि हर जिले में एक रेजिडेंशियल खेल एकेडमी बनायी जायेगी. हरियाणा अपनी खेल नीति और खिलाड़ियों के लिए सुविधा मुहैय्या कराने वाले सबसे बेहतर राज्यों में शुमार होता है. हरियाणा के खिलाड़ी दुनिया भर में भारत का परचम लहराते हैं. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मिलने वाले मेडल में हरियाणा के खिलाड़ियों का सबसे ज्यादा योगदान रहता है.
सरकार का कहना है कि खेल को प्रोत्साहन देने के लिए प्रदेश में कई एकेडमी भी चलाई जा रही हैं, जिनके द्वारा युवा खिलाड़ियों को प्रतिभावान बनाया जा रहा है. ऐसी एकेडमी को बढ़ावा देने के लिए सरकार अपने स्तर पर कई तरह के प्रयास कर रही है. इस मामले पर स्पोर्ट विभाग के निदेशक पंकज नैन का कहना है कि खिलाड़ियों की ट्रेनिंग के लिए एकेडमी चलाना बहुत ही जरूरी है.
पंकज नैन ने जानकारी दी कि अभी तक हरियाणा में 18 स्पोर्ट एकेडमी (Sports Academy in Haryana) चल रही थी, जिनमें 8 रेजिडेंशियल एकेडमी है और 10 डे बोर्डिंग एकेडमी. इसको लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने फैसला लिया है कि हरियाणा में जो 10 डे बोर्डिंग एकेडमी अभी हैं उन्हें भी रेजिडेंशियल एकेडमी बनाया जाएगा. इसके साथ-साथ प्रदेश के हर जिले में एक रेजिडेंशियल स्पोर्ट एकेडमी जरूर होगी.
खेल निदेशक नैन ने कहा कि इस फैसले के बाद अब हमारे हर जिले में किसी न किसी एक खेल की रेजिडेंशियल एकेडमी होगी. जिसमें कम से कम 25 बच्चे होंगे. उन्होंने कहा कि जहां एकेडमी चल रही है, वह ठीक है. बाकी जिलों से जो कोच इंटरेस्टेड हैं और जहां खिलाड़ी हैं, उसे भी तुरंत एप्लीकेशन मंगवा कर काम शुरू कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि प्रदेश की रेजिडेंशियल एकेडमी में खेल की ट्रेनिंग के साथ-साथ बच्चों की डाइट के लिए भी 400 रुपये प्रति दिन खाने का दिया जाता है.
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