चंडीगढ़: लॉकडाउन के बाद से सुर्खियों में रह रहीं हरियाणा काडर की आईएएस आधिकारी रानी नागर ने फेसबुक पोस्ट के जरिए खुद पर जानलेवा हमले की जानकारी दी है. रानी नागर ने पोस्ट कर लिखा कि 12 मई को एक नकाबपोश शख्स ने उनके गाजियाबाद स्थित आवास पर हमला किया है.
रानी नागर ने फेसबुक पर क्या लिखा?
रानी ने फेसबुक पोस्ट पर लिखा कि हमला करने वाले शख्स ने हैलमेट पहना हुआ था. वो उनके घर के दरवाजे पर बार-बार लात मार रहा था, हमलावर की हुलिया महिला जैसा था. वो ग्रे स्कूटी से आया था. मैंने उससे लिखित शिकायत देने के लिए किया. उसने मुझे लिखित नोटिस, नाम या मोबाइल नंबर नहीं दिया. इस सारे प्रकरण का वीडियो भी है.
रानी नागर ने ट्वीट में लिखा कि मेरा गेट लात और डंडे मारने से टूट सकता है. मैं अपनी रोटी का खर्चा मुश्किल से चला रही हूं. मेरा गेट टूट गया तो उसे मैं ठीक नहीं करवा सकती, ऐसे में एक महिला के प्राणों और अस्मिता की रक्षा नहीं हो सकती.
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4 मई को रानी ने दिया था इस्तीफा, हुआ नामंजूर
लॉकडाउन लगते ही रानी नागर ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी थी कि लॉकडाउन के बाद वो इस्तीफा दे देंगी, लेकिन लॉकडाउन बढ़ने की वजह से उन्होंने 4 मई को सरकार को इस्तीफा सौंप दिया और गाजियाबाद स्थित अपने निवास स्थान शिफ्ट हो गईं
इस्तीफा देने को दूसरे दिन ही रानी नागर का हरियाणा सरकार ने इस्तीफा नामंजूर कर दिया, वहीं काडर भी बदलने की केंद्र सरकार से सिफारिश की. अगर केंद्र सरकार ने सिफारिश मान ली तो रानी नागर को उत्तर प्रदेश काडर मिल सकता है.
इस्तीफा नामंजूर होने से केंद्रीय मंत्री हुए थे खुश
केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने सोशल मीडिया पर रानी नागर का इस्तीफा नामंजूर होने की सूचना दी. केंद्रीय राज्य मंत्री ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के फैसले पर खुशी जताई.
केंद्रीय राज्यमंत्री ने ट्वीट कर लिखा- 'मैं आप सब से एक खुशी का समाचार साझा कर रहा हूं कि हरियाणा काडर की आईएएस अधिकारी रानी नागर का इस्तीफा माननीय मुख्यमंत्री @mlkhattar जी ने नामंजूर कर दिया है. इस्तीफा नामंजूर करने के लिए मैं मुख्यमंत्री मनोहर लाल जी का दिल की गहराइयों से आभार प्रकट करता हूं.'
इस्तीफा नामंजूर होने के बाद ट्वीट कर की शिकायत
रानी नागर का कहना है कि अगर मेरा इस्तीफा मंजूर नहीं होता है तो मेरा और शोषण होता रहेगा. इस बीच रानी नागर ने ट्वीट कर कई सनसनीखेज आरोप लगाए हैं. इस्तीफा देने के बाद चंडीगढ़ से लौट कर गाजियाबाद आईं रानी नागर ने ट्वीट कर व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने आरोप लगाया है कि चंडीगढ़ में रहने के दौरान उनके साथ गलत व्यवहार हुआ.
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यदि अधिक समय तक मेरा इस्तीफ़ा स्वीकार ना हुआ और मेरा एन पी एस का फ़ण्ड मुझे ना मिला तो जल्दी ही मेरे भूखे मरने की नौबत आ जाएगी। यदि आप मेरा इस्तीफ़ा रोकने बारे आग्रह व आंदोलन ना करें तो आप सभी की हम पर बड़ी दया होगी।🙏🙏
— Ias Rani Nagar (@ias_raninagar) May 7, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— Ias Rani Nagar (@ias_raninagar) May 7, 2020
रानी ने नोएडा और गाजियाबाद के लोगों से अपील की है कि वे उनके इस्तीफे के लिए आग्रह और आंदोलन ना करें. रानी नागर ने कई सारे ट्वीट्स करके अपना पक्ष रखा है. उन्होंने यह भी कहा है, 'इस्तीफा स्वीकार ना होने से मेरा और अधिक शोषण होगा. आगे सरकारी नौकरी कर पाना मेरे लिए संभव नहीं होगा. ज्यादा समय तक मेरा इस्तीफा स्वीकार नहीं हुआ और मेरा एनपीएस फंड मुझे ना मिला तो मेरे भूखे मरने की नौबत आ जाएगी.'
रानी नागर पहले भी रही हैं विवादों में
रानी नागर इससे पहले 2018 में भी विवादों में आ चुकी हैं. उन्होंने एक आईएएस अधिकारी पर गलत व्यवहार का आरोप लगाया था. इसके बाद कैब ड्राइवर पर भी अभद्रता का आरोप लगाया था. इसके अलावा हरियाणा के सिरसा में तैनाती के दौरान उन्होंने एक ऑटो ड्राइवर से अपनी जान का खतरा बताया था.
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