चंडीगढ़: हरियाणा में भारी बारिश के बाद जलभराव की वजह से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि, जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए सरकार की ओर से एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और सेना की भी मदद ली जा रही है. बाढ़ की वजह से लोगों को अभी भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि राहत और बचाव कार्य में लगातार सरकार जुटी हुई है.
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बाढ़ की वजह से प्रदेश में अभी तक मरने वालों की संख्या 24 हो चुकी है, जबकि तीन लोग लापता हैं. इसके साथ ही हरियाणा में जलभराव की वजह से प्रभावित होने वाले गांव की संख्या में भी वृद्धि लगातार हो रही है. हरियाणा में 13 जिलों के 982 गांव जलभराव से प्रभावित हैं. वहीं, जलभराव की वजह से अभी तक 2 लाख हेक्टेयर से अधिक कृषि भूमि भी प्रभावित हुई है.
राहत और बचाव कार्य के दौरान प्रदेश में अभी तक 5,000 से ज्यादा लोगों को इवेक्युएट किया गया है. वहीं, जलभराव के बाद 250 से अधिक मकानों को पूर्ण और आंशिक रूप से क्षति पहुंची है. इसके साथ ही प्रदेश में पशुधन की भी हानि हुई है. इसके साथ ही लोगों को राहत पहुंचाने के लिए सरकार को तरफ से रिलीफ कैंपों का भी इंतजाम किया गया है. साथ ही लोगों को राहत सामग्री लगातार पहुंचाई जा रही है.
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जलभराव की वजह से प्रदेश के विभिन्न जिलों में सड़क मार्गों को भी क्षति पहुंची है. साथ ही कई जगह पर पुलों को भी नुकसान पहुंचा है. प्रदेश में सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले जिलों में अंबाला, फतेहाबाद, कुरुक्षेत्र, पानीपत कैथल पलवल, यमुनानगर और फरीदाबाद शामिल हैं. बाढ़ के हालात से निपटने के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और सेना की टीम मदद कर रही है. खासतौर पर यमुनानगर, अंबाला और करनाल में सेना को तैनात किया गया है.
फरीदाबाद में बाढ़ प्रभावित क्षेत्र से अब तक 700 से अधिक लोगों का रेस्क्यू: फरीदाबाद में पुलिस और जिला प्रशासन की तरफ से यमुना के पानी में फंसे लोगों को लगातार रेस्क्यू किया जा रहा है. यमुना में बढ़ते जलस्तर के कारण पैदा हुई विकट परिस्थितियों में फरीदाबाद पुलिस के साथ-साथ सभी विभाग के कर्मचारी रेस्क्यू में लगे गए हैं. इस कड़ी में तिगांव एरिया में स्थित कबूलपुर और मंझावली गांव में पानी में फंसे 700 से अधिक लोगों को रेस्क्यू किया है. गुरुवार रात बीपीएल कॉलोनी से 60-70 परिवारों में शामिल करीब 200 लोगों को पानी से बाहर निकाला गया था.
वहीं, शुक्रवार को प्रशासन ने मंझावली के एसआरएस फॉर्म के समीप खेतों में मकान बनाकर रह रहे लोगों को वोट और ट्रैक्टर ट्रॉली के माध्यम से बाहर निकाला गया. वहीं, कबूलपुर में कैप्टन फॉर्म और आसपास के एरिया से लोगों को सुरक्षित स्थानों रहने की व्यवस्था की जा रही है. पानी से बाहर निकाले गए लोगों को मंझावली के सरकारी स्कूल में ठहराया गया है और उनके खाने-पीने का प्रबंध किया जा रहा है. वहीं, प्रशासन ने लोगों को हिदायत दी है कि वह यमुना नदी से दूर रहें और अपने तथा अपने साथियों की मदद करें.
हरियाणा में मौसम का पुर्वानुमान: मौसम विभाग के अनुसार, अगले तीन 3 दिनों तक हरियाणा में बादल छाए रहेंगे. शुक्रवार को हल्की बारिश होने की संभावना है, जिसमें हरियाणा और चंडीगढ़ का कुछ क्षेत्र शामिल है. 16 जुलाई तक इसी तरह मौसम बना रहेगा, जबकि 17 जुलाई को एक बार फिर मौसम करवट लेगा. 17 जुलाई को 115 से 200 एमएम तक भारी बारिश होने की संभावना है.