चंडीगढ़: कहते हैं कि मां के कदमों के नीचे जन्नत होती है और मां अपनी औलाद के लिए सबकुछ करने को तैयार होती है. जिस तरीके से जिंदगी में मां का महत्व होता है उसी तरीके से आजकल की राजनीति में भी मां का बड़ा महत्व है. आपने पीएम मोदी को कई बार अपनी मां के साथ टीवी पर देखा होगा. राहुल गांधी को आपने कई बार अपनी मां के साथ दखा होगा. लेकिन हरियाणा की राजनीति में कई माताएं हैं जो अपने बेटों को संसद पहुंचाने के लिए दिन-रात एक किये हुए हैं.
दीपेंद्र हुड्डा की मां आशा हुड्डा
दीपेंद्र हुड्डा रोहतक से कांग्रेस उम्मीदवार हैं. ये सीट हुड्डा परिवार का गढ़ मानी जाती है. लेकिन फिर भी कैमरे और मीडिया से दूर रहने वाली दीपेंद्र हुड्डा की मां आशा हुड्डा चुनाव में अपने बेटे की मदद के कर रही हैं. एक तरफ दीपेंद्र हुड्डा रैलियां करके और नुक्कड़ सभायें करके वोट मांग रहे हैं तो उनकी मां आशा हुड्डा ग्रामीण क्षेत्र में घर-घर जाकर महिलाओं के वोट जुटाने की कोशिश कर रही हैं.
बृजेंद्र सिंह की मां प्रेमलता
बृजेंद्र सिंह हिसार से बीजेपी उम्मीदवार के तौर पर पहली बार हाथ आजमा रहे हैं. वो आईएएस की नौकरी छोड़कर आये हैं और उनकी मां प्रेमलता विधायक हैं और राजनीतिक रूप से काफी सक्रिय भी हैं. इसीलिए वो अपने बेटे के लिए लगातार सभाएं कर रही हैं. उनके लिये वोट मांग रही हैं. और हर तरीके से चुनाव में अपने बेटे की मदद कर रही हैं.
दिग्विजय-दुष्यंत की मां नैना चौटाला
नैना चौटाला भी मौजूदा विधायक हैं. चौटाला परिवार की बहू हैं. नैना चौटाला की राजनीति आपने उस वक्त देखी होगी जब परिवार में झगड़ा चल रहा था. तब से लेकर अब तक वो अपने दोनों बेटों को राजनीतिक रूप से गाइड कर रही हैं क्योंकि उनके पति जेल में सजा काट रहे हैं. नैना चौटाला न सिर्फ अपने बेटों की मदद कर रही हैं बल्कि एक तरीके से पार्टी को भी संभाल रही हैं. क्योंकि दिग्विजय और दुष्यंत दोनों युवा हैं पिता उनके जेल में हैं ऐसे में नैना चौटाला ने बड़ी जिम्मेदारी उठा रखी है.
श्रुति चौधरी की मां किरण चौधरी
किरण चौधरी हरियाणा कांग्रेस की जानी पहचानी नेता हैं. वो पहले भी अपनी बेटी की चुनाव में मदद कर चुकी हैं और इस चुनाव में भी वो श्रुति चौधरी को फिर से संसद पहुंचाने के लिए जीतोड़ मेहनत कर रही हैं. वो जनसभाओं और नुक्कड़ सभाओं के ज़रिये श्रुति चौधरी के लिए वोट जुटाने की कोशिश कर रही हैं.
भव्य बिश्नोई की मां रेणुका बिश्नोई
भव्य बिश्नोई भजनलाल परिवार की तीसरी पीढ़ी से आते हैं. उनके माता-पिता दोनों ही राजनीति में हैं. भव्य बिश्नोई की मां रेणुका बिश्नोई भी विधायक हैं. क्योंकि भव्य बिश्नोई पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं और राजनीति में उनका पहले से कोई अनुभव भी नहीं है तो उनके माता-पिता की जिम्मेदारी जरा ज्यादा बढ़ जाती है. इसीलिए रेणुका बिश्नोई लगातार भव्य बिश्नोई के लिए चुनाव प्रचार कर रही हैं और जगह-जगह जनसभाएं करके वोट जुटाने की कोशिश में लगी हैं.