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सीएम खट्टर ने की अहम बैठक, सूखे और बाढ़ की तैयारियों पर हुई समीक्षा

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने स्पष्ट किया कि राज्य के किसी भी हिस्से से पेयजल की कमी, बाढ़ और पानी सम्बंधित कोई शिकायत नहीं आनी चाहिए.

सीएम खट्टर ने की अहम बैठक
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Published : Jun 14, 2019, 7:38 AM IST

चंडीगढ़: मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अधिकारियों को प्रदेश में जून एवं जुलाई महीने के दौरान पेयजल एवं बिजली के पर्याप्त प्रबन्ध करने के निर्देश देने के साथ-साथ बाढ़ एवं सूखे जैसी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा है.

उन्होंने ये भी स्पष्ट किया कि राज्य के किसी भी हिस्से से पेयजल की कमी, बाढ़ और पानी सम्बंधित कोई शिकायत नहीं आनी चाहिए. मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने वीरवार को चंडीगढ़ में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी उपायुक्तों के साथ प्रदेश में लू, सूखे एवं बाढ़ से निपटने के लिए की जा रही तैयारियों की समीक्षा करने के लिए बुलाई गई एक बैठक की अध्यक्षता की.

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ये भी पढ़ें- 'अगर हुड्डा में जरा भी अकड़ बची है तो कांग्रेस छोड़ दें'

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ऐसे गांवों और शहरों की पहचान करने के निर्देश दिए. जहां इन दो महीनों में पेयजल आपूर्ति की समस्या आ सकती है ताकि इससे निपटने के लिए पर्याप्त प्रबन्ध किए जा सकें. मुख्यमंत्री ने राज्य की नहरों से गाद निकाले जाने के भी निर्देश दिए.

बैठक में बताया गया कि राज्य में 825 नहरों में से 568 नहरें यमुना नदी की ओर तथा 257 नहरें घग्गर नदी की ओर हैं. केवल 605 नहरों में से गाद निकाले जाने की आवश्यकता है और यह कार्य प्रगति पर है, जिसे 30 जून तक पूरा कर लिया जाएगा.

चंडीगढ़: मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अधिकारियों को प्रदेश में जून एवं जुलाई महीने के दौरान पेयजल एवं बिजली के पर्याप्त प्रबन्ध करने के निर्देश देने के साथ-साथ बाढ़ एवं सूखे जैसी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा है.

उन्होंने ये भी स्पष्ट किया कि राज्य के किसी भी हिस्से से पेयजल की कमी, बाढ़ और पानी सम्बंधित कोई शिकायत नहीं आनी चाहिए. मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने वीरवार को चंडीगढ़ में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी उपायुक्तों के साथ प्रदेश में लू, सूखे एवं बाढ़ से निपटने के लिए की जा रही तैयारियों की समीक्षा करने के लिए बुलाई गई एक बैठक की अध्यक्षता की.

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मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ऐसे गांवों और शहरों की पहचान करने के निर्देश दिए. जहां इन दो महीनों में पेयजल आपूर्ति की समस्या आ सकती है ताकि इससे निपटने के लिए पर्याप्त प्रबन्ध किए जा सकें. मुख्यमंत्री ने राज्य की नहरों से गाद निकाले जाने के भी निर्देश दिए.

बैठक में बताया गया कि राज्य में 825 नहरों में से 568 नहरें यमुना नदी की ओर तथा 257 नहरें घग्गर नदी की ओर हैं. केवल 605 नहरों में से गाद निकाले जाने की आवश्यकता है और यह कार्य प्रगति पर है, जिसे 30 जून तक पूरा कर लिया जाएगा.

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प्रदेश में लू , सूखे एवं बाढ़ से निपटने के लिए की जा रही तैयारियों की समीक्षा 

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने  वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी उपायुक्तों के साथ की बैठक 
 
मुख्यमंत्री ने राज्य की नहरों से गाद निकाले जाने के भी निर्देश दिए  

बैठक में दी गई जानकारी राज्य में 825 नहरों में से 568 नहरें यमुना नदी की ओर तथा 257 नहरें घग्गर नदी की ओर हैं  

केवल 605 नहरों में से गाद निकाले जाने की आवश्यकता है  30 जून तक पूरा कर लिया जाएगा

एंकर -
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अधिकारियों को प्रदेश में जून एवं जुलाई महीने के दौरान पेयजल एवं बिजली के पर्याप्त प्रबन्ध करने के निर्देश देने के साथ-साथ बाढ़ एवं सूखे जैसी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा । उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि राज्य के किसी भी हिस्से से पेयजल की कमी, बाढ़ और पानी खड़े होने से सम्बंधित कोई शिकायत नहीं आनी चाहिए ।
वीओ -
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने  वीरवार को चण्डीगढ में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी उपायुक्तों के साथ प्रदेश में लू, सूखे एवं बाढ़ से निपटने के लिए की जा रही तैयारियों की समीक्षा करने के लिए बुलाई गई एक बैठक की अध्यक्षता की । मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को प्रदेश में जून एवं जुलाई महीने के दौरान पेयजल एवं बिजली के पर्याप्त प्रबन्ध करने के निर्देश देने के साथ-साथ बाढ़ एवं सूखे जैसी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा । उन्होंने ऐसे गांवों और शहरों की पहचान करने के निर्देश दिए जहां इन दो महीनों में पेयजल आपूर्ति की समस्या आ सकती है ताकि इससे निपटने के लिए पर्याप्त प्रबन्ध किए जा सकें । मुख्यमंत्री ने राज्य की नहरों से गाद निकाले जाने के भी निर्देश दिए । बैठक में बताया गया कि राज्य में 825 नहरों में से 568 नहरें यमुना नदी की ओर तथा 257 नहरें घग्गर नदी की ओर हैं । केवल 605 नहरों में से गाद निकाले जाने की आवश्यकता है और यह कार्य प्रगति पर है, जिसे 30 जून तक पूरा कर लिया जाएगा । इस सम्बंध में सम्बंधित उपायुक्तों को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं । मुख्यमंत्री ने बरसात के मौसम के दौरान यमुनानगर क्षेत्र में पानी खड़े होने की समस्या की समीक्षा करते हुए यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि इस क्षेत्र में किसी भी प्रकार का अवैध खनन न हो । उन्होंने जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग को पानी के टैंकरों की पर्याप्त व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए ताकि जहां कहीं जब भी पेयजल की आवश्यकता हो उसे पूरा किया जा सके । बैठक में बताया कि पहले की तुलना इस वर्ष अब तक पानी के टैंकरों से आपूर्ति एक तिहाई तक हुई है जो यह दर्शाता है कि प्रदेश में पेयजल की पर्याप्त आपूर्ति हो रही है । बहरहाल, पर्याप्त संख्या में टैंकरों की व्यवस्था कर ली गई है । इससे पूर्व, मुख्यमंत्री ने कृषि एवं किसान कल्याण विभाग को यह अध्ययन करने और पता लगाने के भी निर्देश दिए कि धान के स्थान पर मक्का और अरहर दाल के साथ-साथ किसी अन्य फसल की पैदावार की जा सकती है ताकि पानी की बचत की जा सके । 

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