भिवानी: अपने दमदार मुक्कों की बदौलत देश को विश्व बॉक्सिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल देने वाली गोल्डन गर्ल नीतू घणघस का भिवानी पहुंचने पर शानदार विजय जुलूस निकाला गया. हर किसी ने अपनी लाडली को सर आंखों पर बैठाया और जगह-जगह नीतू को नोटों की मालाओं से लाद दिया. भिवानी को यहां के बॉक्सरों की बदौलत मिनी क्यूबा भी कहा जाता है. इन बॉक्सरों में अब एक नाम बॉक्सर नीतू घणघस का है.
जो साल 2017 से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक के बाद एक गोल्ड मेडल लाकर देश का गौरव व बेटियों का मान बढ़ा रही हैं. बीते साल कॉमनवेल्थ में और अब हाल ही में हुए विश्व बॉक्सिंग चैंपियनशिप में नीतू घणघस ने अपने दमदार मुक्कों की बदौलत देश की झोली में गोल्ड मेडल डाला है. नीतू ने इस कहावत को पूरा किया है, जिसके तहत कहा जाता है कि म्हारी बेटी-बेटों से कम नहीं.
नीतू को मिली शानदार जीत के बाद जगह-जगह उनका सम्मान किया जा रहा है. सबसे पहले रोहतक गेट पर तायल कॉम्पलेक्स में मंगत तायल, सेठ रामदेव तायल, मुकेश तायल, रघुनाथ, पूनम, सतीश, मनीष, वीर व गणेश तायल नीतू को 21-21 हजार रुपये की नोटों की मालाओं से लाद दिया गया. शहर में नीतू का जुलूस किसी नेता से कहीं बड़ा और शानदार रहा. गुलाल रंग उठाकर खिलाड़ी नाचते गाते खुशी मना रहे थे.
भिवानी बॉक्सिंग क्लब में सांसद चौधरी धर्मबीर सिंह नीतू को सम्मानित करने पहुंचे और क्लब को 11 लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की. इस अवसर पर सांसद चौ. धर्मबीर सिंह व कमल प्रधान ने नीतू, उनके कोच व परिजनों को बधाई देते हुए कहा कि इन खिलाड़ियों की बदौलत भिवानी का नाम दुनिया में चमका है. देश में हरियाणा और हरियाणा में भिवानी के खिलाड़ी बहुत आगे हैं.
चौ. धर्मबीर सिंह ने कहा कि खिलाड़ी किसी परिवार या स्टेट का नहीं होता. खिलाड़ी राष्ट्र की धरोहर होता है. उन्होंने कहा कि देश में ऐसी खेल नीति की जरूरत है, जिससे खिलाड़ी की पहचान कर उसे शुरुआती दौर से ही मदद दी जाए. तभी जाकर देश ओलंपिक की तालिका के टार्गेट को प्राप्त कर पाएगा. वहीं, नीतू के कोच जगदीश ने कहा कि नीतू ने देश व बेटियों का गौरव बढ़ाया है.
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उन्होंने नीतू की अब तक की उपलब्धियों को भी गिनाया. नीतू ने अपनी जीत का श्रेय अपने माता-पिता व कोच को दिया और कहा कि अगला लक्ष्य ओलंपिक है. वहीं, नीतू के पिता जयभगवान ने बताया कि कॉमनवेल्थ में गोल्ड आने और बेटी की मेहनत पर उन्हें पूरा भरोसा था. उन्होंने कहा कि नीतू अपनी मेहनत के कारण ही विश्व बॉक्सिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल ला पाई है.