भिवानी: स्थानीय लघु सचिवालय के बाहर बड़ी संख्या में महिला शारीरिक शिक्षक कड़कड़ाती ठंड में अपना चुल्हा चौका छोड़कर धरने पर बैठी हुई हैं. वे अपने बच्चों के साथ मिलकर अपनी बहाली की मांग कर रही हैं.
शारीरिक शिक्षकों के इस धरने को सात माह से ज्यादा का समय बीत चुका है, लेकिन उनको अभी तक बहाल नहीं किया गया. धरने प्रदर्शन की अध्यक्षता हरियाणा शारीरिक शिक्षक संघर्ष समिति के जिला प्रधान दिलबाग जांगड़ा ने की.
शारीरिक शिक्षक मीनू देवी, प्रवीण कुमारी, नीतू रानी, रविंद्र कुमारी, सरिता देवी का कहना है कि उनको यहां धरने पर बैठे हुए काफी लम्बा समय बीत चुका है. उनकी मुख्यमंत्री के साथ वार्ता भी हो चुकी है.
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मुख्यमंत्री ने उनको लिखित में भी आश्वासन दिया था कि उनको जल्द ही शिक्षा विभाग में खेल स्कूल सहायक के पद पर नियुक्त कर दिया जाएगा, लेकिन आज तक उनको किसी प्रकार की कोई अनुमति प्रदान नहीं हुई है. जिसके चलते उनमें सरकार के प्रति रोष है
उन्होंने कहा कि एक तरफ तो सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओं का नारा देती है वहीं दूसरी तरफ महिलाओं के साथ इस प्रकार अत्याचार किया जा रहा है कि उनको सर्द हवाओं में सड़क पर भटकने पर मजबूर किया जा रहा है. बेटियों के साथ इस प्रकार की ज्यादती सरकार की मंशा को साफ दर्शाती है.
उन्होंने कहा कि अधिकतर महिलाएं तो लम्बा सफर तय कर अपने बच्चों के साथ दूर दराज के क्षेत्रों से आती हैं. जब तक उन्हें बहाल नहीं किया जाता तक उनका आंदोलन इसी प्रकार चलता रहेगा. उन्होंने जल्द से जल्द शिक्षा विभाग में खेल स्कूल सहायक के पद पर नियुक्त करने की मांग की.
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