ETV Bharat / state

भिवानी के कितलाना टोल प्लाजा पर महिला किसानों ने संभाला मोर्चा

कई दिनों से भिवानी के कितलाना टोल प्लाजा पर किसानों ने डेरा डाला हुआ है. अब किसानों के समर्थन में महिलाओं ने भी पहुंचना शुरू कर दिया है. एक तरह से महिलाओं ने कितलाना टोल प्लाजा पर चल रहे किसान आंदोलन का बीड़ा अपने कंधों पर उठा लिया है.

bhiwani woman farmers protest
bhiwani woman farmers protest
author img

By

Published : Jan 3, 2021, 5:05 PM IST

भिवानी: कितलाना टोल प्लाजा पर चल रहे किसान आंदोलन का बीड़ा अब महिलाओं ने उठा लिया है. बड़ी संख्या में किसान परिवारों की महिलाएं ट्रैक्टर-ट्रॉली और बसों के माध्यम से धरनास्थल पर पहुंचकर हरियाणवी गीत गाते हुए किसान आंदोलन का समर्थन करती नजर आ रही हैं.

ये महिलाएं ना केवल भिवानी, बल्कि दादरी जिले से भी भिवानी के कितलाना टोल प्लाजा पर पहुंच रही हैं. किसान आंदोलन के समर्थन में पहुंची महिलाओं ने बताया कि आज उनके पास एकमात्र खेती का व्यवसाय बचा है. अब सरकार नए कृषि कानूनों के माध्यम से उनकी एकमात्र आय को भी छीन लेना चाती है.

कितलाना टोल प्लाजा पर महिला किसानों ने संभाला मोर्चा, देखें वीडियो

ये भी पढे़ं- सोनीपत के सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलन में एक और किसान की मौत

आंदोलनकारी महिलाओं ने बताया कि कृषि कानूनों के खिलाफ लड़ाई उनकी उतनी ही बड़ी है, जितनी बड़ी किसानों की हैं. धरनास्थल पर पहुंची महिलाओं को ये भी पता है कि कृषि कानून किस प्रकार से किसानों के लिए अहितकारी हैं. इसके साथ ही प्रस्तातिव नए बिजली बिल और पराली जलाने संबंधित बिल के बारे में भी महिलाओं को पता है कि ये भी किसानों के लिए नुकसानदायक हैं.

भिवानी: कितलाना टोल प्लाजा पर चल रहे किसान आंदोलन का बीड़ा अब महिलाओं ने उठा लिया है. बड़ी संख्या में किसान परिवारों की महिलाएं ट्रैक्टर-ट्रॉली और बसों के माध्यम से धरनास्थल पर पहुंचकर हरियाणवी गीत गाते हुए किसान आंदोलन का समर्थन करती नजर आ रही हैं.

ये महिलाएं ना केवल भिवानी, बल्कि दादरी जिले से भी भिवानी के कितलाना टोल प्लाजा पर पहुंच रही हैं. किसान आंदोलन के समर्थन में पहुंची महिलाओं ने बताया कि आज उनके पास एकमात्र खेती का व्यवसाय बचा है. अब सरकार नए कृषि कानूनों के माध्यम से उनकी एकमात्र आय को भी छीन लेना चाती है.

कितलाना टोल प्लाजा पर महिला किसानों ने संभाला मोर्चा, देखें वीडियो

ये भी पढे़ं- सोनीपत के सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलन में एक और किसान की मौत

आंदोलनकारी महिलाओं ने बताया कि कृषि कानूनों के खिलाफ लड़ाई उनकी उतनी ही बड़ी है, जितनी बड़ी किसानों की हैं. धरनास्थल पर पहुंची महिलाओं को ये भी पता है कि कृषि कानून किस प्रकार से किसानों के लिए अहितकारी हैं. इसके साथ ही प्रस्तातिव नए बिजली बिल और पराली जलाने संबंधित बिल के बारे में भी महिलाओं को पता है कि ये भी किसानों के लिए नुकसानदायक हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.