भिवानी: जिले में तेज हुई बारिश ने जहां एक तरफ लोगों को गर्मी से राहत दी, तो वहीं इस बरसात की वजह से पैदा हुई जलभराव की समस्या से लोगों को दो चार होना पड़ा. मानसून शुरू होने के साथ ही भिवानी जिले के तराई वाले क्षेत्रों में जलभराव की समस्या विकट हो जाती है.
बता दें कि तेज बरसात के बाद पूरा शहर पानी-पानी हो गया. सड़कें तालाब में तब्दील हो गई. इस जलभराव की तस्वीरों ने प्रशासन की मानसून से निपटने के सभी दावों की पोल खोल दी. शहर के दिनोद गेट, रोहतक गेट, हनुमान गेट क्षेत्र कनीराम अस्पताल क्षेत्र में सुबह से हो रही बरसात के बाद सड़कों पर 2 से 3 फुट तक जलभराव हो गया.
जलभराव के कारण लोगों को आने-जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. वहीं चालक अपने वाहन को बरसात के पानी में घसीटते नजर आए. जलभराव से गुजरते हुए परेशान राहगीरों ने बताया कि हमेशा की तरह इस बार भी जलभराव की समस्या बनी हुई है. प्रशासन ने इस समस्या की तरफ बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया.
लोगों ने बताया कि बरसात के मौसम में सड़कें नदी का रूप ले लेती हैं. जिससे आवाजाही में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है, लेकिन इसके बावजूद भी प्रशासन इस पानी की निकासी के लिए कोई खास प्रबंध नहीं करता. जिसके चलते उन्हें काफी परेशानी होती है.
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लोगों ने कहा कि ऐसे समय पर प्रशासन को अभी पानी निकासी के लिए पंप मोटर लगाने चाहिए, ताकि जलभराव की समस्या को कुछ हद तक कम किया जा सके.