भिवानी: कस्बा में दूषित पानी की समस्या बनी हुई (dirty water problem in bhiwani) है. कस्बेवासियों की शिकायत के बाद भी अभीतक कोई सुनवाई नहीं हुई है. क्षेत्रवासी गंदा पानी पीने को मजबूर हो गए हैं. बवानीखेड़ा में दूषित पेयजल समस्या को लेकर पार्षद मीना चौपड़ा सिंधु ने भी जनता की आवाज में आवाज मिलाते हुए पब्लिक हेल्थ विभाग के एसडीओ के कार्यालय का घेराव किया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने अधिकारी के खिलाफ नारेबाजी की.
प्रदर्शनकारियों की समस्याओं को जब जिम्मेदार अधिकारी ने सुनी तो उन्होंने उनकी समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया. जिम्मेदार अधिकारी ने पीड़ित लोगों को भरोसा दिलाया कि उनकी समस्या जल्द ही निस्तारित कर दी (water crisis in Bhiwani) जाएगी. प्रदर्शन कर रही जनता ने आश्वासन पर भरोसा करते हुए पब्लिक हेल्थ विभाग कार्यालय से जाने के लिए राजी हुए. इस दौरान भारी पुलिस बल तैनात रहा. बवानीखेड़ा कस्बे में लगातार दूषित पेयजल की समस्या बनी हुई है.
जनता ने अपनी समस्या पार्षद मीना चोपड़ा से की. पार्षद मीना चोपड़ा और उनके साथ अन्य महिलाओं ने जुलूस निकालकर पब्लिक हेल्थ के एसडीओ कार्यालय पहुंची. एसडीओ कार्यालय पहुंचते ही महिलाओं ने नारेबाजी करनी शुरु कर दी. वहीं एसडीओ मौके पर मौजूद नहीं थे. एसडीओ के कार्यालय के बाहर महिलाएं धरने पर बैठ गईं. इसी दौरान पब्लिक हेल्थ के एसडीओ भी मौके पर पहुंच गए. इसके बाद एसडीओ ने प्रदर्शन कर रहे लोगों की समस्या को सुना.
लोगों ने बताया कि बवानीखेड़ा कस्बे के अधिकांश वार्डों में दूषित पानी की सप्लाई की जा रही है. वार्डों में पीने के पानी के साथ-साथ सीवर का पानी भी पहुंच रहा है. स्थानीय निवासियों ने बताया कि उन्हें दूषित पानी की वजह से पीने का पानी भी नहीं मिल पाता है. पानी न मिलने से जन-जीवन अस्त-व्यस्त होता जा रहा है. साथ ही लोगों ने बताया कि कस्बे की सीवर व्यवस्था सही नहीं है.
सीवर व्यवस्था सही न होने की वजह से घरों से निकलने वाला गंदा पानी गली व सड़क़ों पर फैल रहा है. गंदा पानी आने से बीमारियां भी फैल रही है. उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक उनकी इन समस्याओं का निराकरण नहीं किया जाता, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा. इस दौरान एसडीओ ने कहा कि उन्हें उन अहम बिंदुओं के बारे में बताएं, जहां से पानी लीकेज होता है. साथ ही वे अपने स्तर पर भी कर्मचारियों को भेजकर पानी की लिकेज को बंद करवाए जाने की बात एसडीओ ने कही.