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हरियाणा में नए रीति-रिवाज की पहल, भिवानी में शादी से पहले दो बेटियों की हुई घुड़चढ़ी

भिवानी में दो लड़कियों की शादी से पहले घुड़चढ़ी की रस्म की गई. लड़कियों की शहरभर में डीजे पर गाने बजाकर घुड़चढ़ी की रस्म हुई. इस रस्म में शहरभर के लोगों ने जमकर डांस किया.

two girls ghudchadi in bhiwani
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Published : Jan 29, 2020, 2:33 PM IST

भिवानी: जिले से कंचन और मोनिका ने अपनी शादी में घोड़ी पर बनवारा (घुड़चढ़ी) निकालकर एक नई पहल की शुरुआत की है. दहेज प्रथा और कन्या भ्रूण हत्या जैसी कुरीतियों को छोड़कर बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का संदेश देते हुए दोनों बेटियों ने घोड़े पर बैठकर बनवारा निकाला. दुल्हन समेत परिवार के लोगों ने शहरभर में डीजे बजाकर खुशियां मनाई. महिला, पुरुष और बच्चों ने जमकर डांस किया.

जमकर थिरके लोग

आपको बता दें कि अक्सर इस तरह के बनवारा या घुड़चढ़ी लड़कों की शादी में निकाली जाती है. लेकिन भिवानी के इस परिवार की सोच सबसे अलग है. इस परिवार को लोगों का मानना है कि उनकी ये पहल समाच को नई दिशा देगी. इस तरह की पहल करने वाला ये परिवार भिवानी का पहला परिवार है.

भिवानी में शादी से पहले दो बेटियों की हुई घुड़चढ़ी

लड़कियों के लिए परिवार की पहल

ऐसा पहली बार हुआ जब किसी दुल्हन ने घोड़े पर अपना बनवारा (घुड़चढ़ी) निकाला है. इस तरह की शादी में पूरे शहर के लोग शामिल हुए. इस तरह की शिक्षा से ही समाज की रुढ़ियों को खत्म किया जा सकता है.

इसे भी पढ़ें: चंडीगढ़ः दस्तावेजों का गृह मंत्री को सौंपा बंडल, कुंडू के निशाने पर एक और पूर्व मंत्री

लड़कियों का बनवारा

दुल्हन मोनिका और कंचन का कहना है कि परिजन हमारा बनवारा (घुड़चढ़ी) निकाल रहे हैं, हमें बेहद खुशी हो रही है. हमारी दोनों की शादी है. हमारे परिवार ने शुरू से ही हमें लड़कों की तरह रखा है. बचपन से ही किसी तरह की कोई प्रतिबंध नहीं था. लड़कियां किसी भी क्षेत्र में लड़कों से पीछे नहीं है.

नहीं होता लड़की-लड़के में फर्क

वहीं दुल्हन बनने जा रही लड़की की भावी और परिवार के अन्य लोगों का कहना है कि हमारा परिवार सबसे अलग विचारधारा वाला परिवार है. लड़कों और लड़कियों में किसी प्रकार का कोई भेदभाव नहीं किया जाता है. दुल्हन ने घोड़े पर अपना बनवारा (घुड़चढ़ी) निकाला है.

भिवानी: जिले से कंचन और मोनिका ने अपनी शादी में घोड़ी पर बनवारा (घुड़चढ़ी) निकालकर एक नई पहल की शुरुआत की है. दहेज प्रथा और कन्या भ्रूण हत्या जैसी कुरीतियों को छोड़कर बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का संदेश देते हुए दोनों बेटियों ने घोड़े पर बैठकर बनवारा निकाला. दुल्हन समेत परिवार के लोगों ने शहरभर में डीजे बजाकर खुशियां मनाई. महिला, पुरुष और बच्चों ने जमकर डांस किया.

जमकर थिरके लोग

आपको बता दें कि अक्सर इस तरह के बनवारा या घुड़चढ़ी लड़कों की शादी में निकाली जाती है. लेकिन भिवानी के इस परिवार की सोच सबसे अलग है. इस परिवार को लोगों का मानना है कि उनकी ये पहल समाच को नई दिशा देगी. इस तरह की पहल करने वाला ये परिवार भिवानी का पहला परिवार है.

भिवानी में शादी से पहले दो बेटियों की हुई घुड़चढ़ी

लड़कियों के लिए परिवार की पहल

ऐसा पहली बार हुआ जब किसी दुल्हन ने घोड़े पर अपना बनवारा (घुड़चढ़ी) निकाला है. इस तरह की शादी में पूरे शहर के लोग शामिल हुए. इस तरह की शिक्षा से ही समाज की रुढ़ियों को खत्म किया जा सकता है.

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लड़कियों का बनवारा

दुल्हन मोनिका और कंचन का कहना है कि परिजन हमारा बनवारा (घुड़चढ़ी) निकाल रहे हैं, हमें बेहद खुशी हो रही है. हमारी दोनों की शादी है. हमारे परिवार ने शुरू से ही हमें लड़कों की तरह रखा है. बचपन से ही किसी तरह की कोई प्रतिबंध नहीं था. लड़कियां किसी भी क्षेत्र में लड़कों से पीछे नहीं है.

नहीं होता लड़की-लड़के में फर्क

वहीं दुल्हन बनने जा रही लड़की की भावी और परिवार के अन्य लोगों का कहना है कि हमारा परिवार सबसे अलग विचारधारा वाला परिवार है. लड़कों और लड़कियों में किसी प्रकार का कोई भेदभाव नहीं किया जाता है. दुल्हन ने घोड़े पर अपना बनवारा (घुड़चढ़ी) निकाला है.

Intro:दो दुल्हनों ने निकाला घोड़े पर बैठकर बनवारा
भिवानी में की नई पहल की शुरुआत
दुल्हनों ने बताया लड़को की तरह निकाला बनवारा
इस तरह समाज की रुढ़ियों को खत्म किया जा सकता
भिवानी, 29 जनवरी। भिवानी में कंचन व मोनिका ने अपनी शादी में घोड़ी पर बनवारा निकालकर एक नई पहल की शुरुआत की है। आपको बता दे कि दो लड़कियों की शादी है। हिन्दू रीती -रिवाज के अनुसार लड़की दो -तीन पहले बान बैठती है। दहेज प्रथा व कन्या भ्रूण हत्या जैसी कुरीतियों को छोड़कर बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का संदेश देते हुए दोनों बेटियों ने घोड़े पर बैठकर बान निकाला। दुल्हन समेत परिवार के लोग शहर में डीजे के गानों पर महिलायें बच्चे व पुरुष थिरकते नजर आये।
Body: आपको बता दे कि अक्सर इस तरह के बनवारा या निकासी लड़को की शादी में निकाला जाता है। इस वीडियो को देखकर चौकिये मत क्योकि आज लड़कियां भी लड़को से पीछे नहीं है। लड़की के परिवार वालो की सोच सबसे अलग है। ये सोच समाज को एक नई दिशा देगी। इस तरह की पहल करने वाला ये परिवार भिवानी का पहला परिवार है। ऐसा पहली बार हुआ जब किसी दुल्हन ने घोड़े पर अपना बनवारा निकाला है। इस तरह की शादी में पूरे शहर के लोग शामिल हुए। इस तरह की शिक्षा से ही समाज की रुढ़ियों को खत्म किया जा सकता है।
Conclusion: मोनिका व कंचन ने बताया कि आज हमारा बनवारा निकाल रहे है। हमें बेहद ख़ुशी हो रही है। हमारी दोनों की शादी है। हमारे परिवार ने शुरू से ही हमें लड़को की तरह रखा है। किसी तरह की कोई प्रतिबंध नहीं था। लड़कियां भी लड़को से पीछे नहीं है। वही दुल्हन की भाभी व अन्य लोगो ने बताया कि हमारा परिवार सबसे अलग विचारधारा वाला परिवार है। लड़को व लड़कियों में किसी में भी भेदभाव नहीं किया जाता है। दुल्हन ने घोड़े पर अपना बनवारा निकाला है।
बाइट : मोनिका व कंचन
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