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भिवानी: वीर हकीकत राय को दी श्रद्धांजलि, जानें कौन थे वीर हकीकत राय

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Published : Jan 30, 2020, 9:24 PM IST

भिवानी में वीर हकीकत राय को श्रद्धांजलि दी गई. विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने क्रांतिकारी वीर हकीकत राय के बलिदान को याद किया गया. जिन्हें इस्लाम धर्म नहीं अपनाने के कारण फांसी दी गई थी.

tributes paid to veer haqiqat rai in bhiwani
वीर हकीकत राय

भिवानी: जिले में वीर हकीकत राय को श्रद्धांजलि दी गई. इस दौरान विभिन्न सामाजिक संगठन के प्रतिनिधियों ने क्रांतिकारी वीर हकीकत राय के बलिदान को याद किया.

वीर हकीकत राय को दी गई श्रद्धांजलि

भिवानी की कृष्णा कालोनी में स्थित क्रांतिकारी वीर हकीकत राय शहीद स्मारक पर पहुंचकर वीरवार को विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने क्रांतिकारी वीर हकीकत राय के बलिदान को याद किया गया तथा उन्हें श्रद्धांजलि दी.

वीर हकीकत राय को दी श्रद्धांजलि, देखें वीडियो

धर्म के लिए बताया गर्व

इस अवसर पर संगठनों के प्रतिनिधियों ने नतमस्तक होकर वीर हकीकत राय को श्रद्धांजलि अर्पित की. क्रांतिकारी वीर हकीकत राय के बलिदान को याद करते युवा नेता कमल सिह प्रधान, समाजसेवी बिशम्बर अरोड़ा ने कहा की क्रांतिकारी वीर हकीकत राय की शहादत युवाओ और धर्म के लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत है,. युवाओं को उनसे प्रेरणा लेकर देश-धर्म की सेवा मे आगे आना चाहिए.

ये भी जाने- यमुनानगर में हरियाणा उद्योग व्यापार मंडल की बैठक, व्यापारियों की परेशानियों पर हुई चर्चा

उन्होने कहा की देश-धर्म की सेवा करने वाले देशभक्त लोगो की कोई जाति नहीं होती है. इसलिये हर समाज देश भक्तो को याद करे ताकि आने वाली पीढियो को हमारे इतिहास का पता चल सके. उन्होंने ये भी कहा कि गांधी के रास्ते पर चलकर अपनी मांग को मनवाया जा सकता है. अहिंसा की बात की.

कौन थे वीर हकीकत राय ?

आपको बता दें कि पंजाब के सियालकोट में सन् 1724 में जन्‍में वीर हकीकत राय जन्‍म से ही कुशाग्र बुद्धि के बालक थे. यह बालक 4-5 वर्ष की आयु में ही इतिहास तथा संस्कृत आदि विषय का पर्याप्‍त अध्‍ययन कर लिया था. इस्लाम धर्म नहीं अपनाने की वजह से वीर हकीकत राय को बंसत पंचमी के दिन फांसी दे दी गई थी.

भिवानी: जिले में वीर हकीकत राय को श्रद्धांजलि दी गई. इस दौरान विभिन्न सामाजिक संगठन के प्रतिनिधियों ने क्रांतिकारी वीर हकीकत राय के बलिदान को याद किया.

वीर हकीकत राय को दी गई श्रद्धांजलि

भिवानी की कृष्णा कालोनी में स्थित क्रांतिकारी वीर हकीकत राय शहीद स्मारक पर पहुंचकर वीरवार को विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने क्रांतिकारी वीर हकीकत राय के बलिदान को याद किया गया तथा उन्हें श्रद्धांजलि दी.

वीर हकीकत राय को दी श्रद्धांजलि, देखें वीडियो

धर्म के लिए बताया गर्व

इस अवसर पर संगठनों के प्रतिनिधियों ने नतमस्तक होकर वीर हकीकत राय को श्रद्धांजलि अर्पित की. क्रांतिकारी वीर हकीकत राय के बलिदान को याद करते युवा नेता कमल सिह प्रधान, समाजसेवी बिशम्बर अरोड़ा ने कहा की क्रांतिकारी वीर हकीकत राय की शहादत युवाओ और धर्म के लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत है,. युवाओं को उनसे प्रेरणा लेकर देश-धर्म की सेवा मे आगे आना चाहिए.

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उन्होने कहा की देश-धर्म की सेवा करने वाले देशभक्त लोगो की कोई जाति नहीं होती है. इसलिये हर समाज देश भक्तो को याद करे ताकि आने वाली पीढियो को हमारे इतिहास का पता चल सके. उन्होंने ये भी कहा कि गांधी के रास्ते पर चलकर अपनी मांग को मनवाया जा सकता है. अहिंसा की बात की.

कौन थे वीर हकीकत राय ?

आपको बता दें कि पंजाब के सियालकोट में सन् 1724 में जन्‍में वीर हकीकत राय जन्‍म से ही कुशाग्र बुद्धि के बालक थे. यह बालक 4-5 वर्ष की आयु में ही इतिहास तथा संस्कृत आदि विषय का पर्याप्‍त अध्‍ययन कर लिया था. इस्लाम धर्म नहीं अपनाने की वजह से वीर हकीकत राय को बंसत पंचमी के दिन फांसी दे दी गई थी.

Intro:वीर हकीकत राय को दी श्रद्धांजलि
विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने क्रांतिकारी वीर हकीकत राय के बलिदान को किया याद
भिवानी, 30 जनवरी : भिवानी की कृष्णा कालोनी में स्थित क्रांतिकारी वीर हकीकत राय शहीद स्मारक् पर पहंचकर वीरवार को विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने क्रांतिकारी वीर हकीकत राय के बलिदान को याद किया गया तथा उन्हें श्रद्धांजलि दी।
Body:इस अवसर पर संगठनों के प्रतिनिधियों ने नतमस्तक होकर वीर हकीकत राय को श्रद्धांजलि अर्पित की। क्रांतिकारी वीर हकीकत राय के बलिदान को याद करते युवा नेता कमल सिह प्रधान, समाजसेवी बिशम्बर अरोड़ा ने कहा की क्रांतिकारी वीर हकीकत राय की शहादत युवाओ व धर्म के लोगो के लिये प्रेरणा स्रोत है। युवाओ को उनसे प्रेरणा लेकर देश-धर्म की सेवा मे आगे आना चाहिये।
Conclusion:उन्होने कहा की देश-धर्म की सेवा करने वाले देशभक्त लोगो की कोई जाति नहीं होती। इसलिये हर समाज देश भक्तो को याद करे ताकि आने वाली पीढियो को हमारे इतिहास का पता चल सके।
बाइट : कमल सिह प्रधान व बिशम्बर अरोड़ा
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