भिवानी: गठबंधन सरकार ने बर्खास्त शारीरिक शिक्षकों के साथ ही खिलाडियों के भविष्य को भी अंधकारमय बना दिया है। एक शारीरिक शिक्षक कड़ी मेहनत करके खिलाड़ियों को तैयार करते हैं. वही खिलाड़ी आगे चलकर देश की झोली को मेडल से भरता है. लेकिन सरकार ने सभी के अरमानों पर पानी फेर दिया है। यह बात स्थानीय लघु सचिवालय के बाहर संघर्ष समिति के बैनर तले चलाए जा रहे धरने को सम्बोधित करते हुए हरियाणा शारीरिक शिक्षक संघर्ष समिति के जिला प्रधान दिलबाग जांगड़ा ने कही.
उन्होंने कहा कि एक अच्छा खिलाड़ी ही देश की तरक्की में एक कड़ी का काम करता है। एक खिलाड़ी की तरक्की में उसके कोच का भी हाथ होता है, लेकिन सरकार ने इन सब बातों को दरकिनार करते हुए शारीरिक शिक्षकों को वर्ष 2010 में ही घर का रास्ता दिखा दिया। इससे सरकार की ओच्छी मानसिकता झलकती है।
ये भी पढ़ें- अच्छी खबर: कोरोना नियम पालन करने से गोहाना में ठीक हुए 50 फीसदी टीबी के मरीज