भिवानी: हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा जारी किए गए 10वीं व 12वीं की ओपन परीक्षाओं के परिणामों (Haryana Open Exam Result 2021) को लेकर छात्रों में नाराजगी है. शुक्रवार को छात्र-छात्राओं ने शिक्षा बोर्ड चेयरमैन जगबीर सिंह को ज्ञापन सौंपते हुए मांग रखी कि कोविड के कारण जो परिणाम 10वीं व 12वीं के घोषित किए गए हैं, उनमें परिवर्तन किया जाना चाहिए क्योंकि बोर्ड ने ओपन की परीक्षाओं के सभी परीक्षार्थियों को एक लाठी से हांकते हुए 34 प्रतिशत नंबर देकर सर्टिफिकेट जारी कर दिया है.
इस बारे में एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष राकेश शर्मा व एसएफआई के छात्र नेता पुनीत कुमार ने बताया कि पिछले डेढ़ वर्ष से कोविड महामारी के चलते पढ़ाई नहीं हो पाई और कोर्ट के आदेशों पर पिछली कक्षाओं के परिणामों को आधार बनाकर परिणाम निकाल दिए गए. बोर्ड की ओपन परीक्षा देने वाले लगभग 38 हजार परीक्षार्थियों को सिर्फ 34 प्रतिशत पासिंग मार्क्स देकर परिणाम निकाला गया. उनकी योग्यता का कोई मूल्यांकन नहीं हो पाया है.
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ऐसे में अब ये छात्र 34 प्रतिशत अंकों के आधार पर भविष्य में कहीं भी खड़े नहीं हो पाएंगे, क्योंकि उच्च कक्षाओं में दाखिले के लिए विश्वविद्यालय में प्रवेश व विभिन्न प्रकार की नौकरियों के लिए ये छात्र मात्र 34 प्रतिशत के आधार पर अप्लाई भी नहीं कर पाएंगे. ऐसे में इन परीक्षाओं को दोबारा से कराना चाहिए ताकि ये छात्र भी अपना भविष्य बना सकें. उन्होंने कहा कि छात्रों को ये नंबर बिल्कुल भी मंजूर नहीं है.
बता दें कि, बीती 5 अगस्त को हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने ओपन परीक्षा (Haryana Open Exam Result 2021) का परिणाम घोषित कर दिया था. बोर्ड द्वारा घोषित परिणाम 100 प्रतिशत रहा, क्योंकि कोविड महामारी के चलते परीक्षाएं नहीं हो रही थी. ऐसे में बोर्ड द्वारा तय फॉर्मूले को आधार पर बच्चों को अंक दिए गए थे.
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