भिवानी: भिवानी-महेंद्रगढ़ संसदीय क्षेत्र से पूर्व सांसद रही श्रुति चौधरी 12 मई को हरियाणा में होने वाले चुनाव को लेकर अपना प्रचार अभियान आचार संहिता लगने से पहले ही शुरू कर चुकी है. ईटीवी भारत की टीम ने जब उनसे इस संसदीय क्षेत्र के बारे में बातचीत की तो उन्होंने बताया कि उन्होंने सांसद रहते हुए भिवानी-महेंद्रगढ़ क्षेत्र को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में शामिल करवाया था. परन्तु वर्तमान भाजपा सांसद के रूचि न लेने के चलते इस क्षेत्र को एनसीआर में शामिल होने का लाभ नहीं मिल पाया.
उनके कार्यकाल के दौरान मैडिकल कॉलेज के लिए अलॉट करवाए गए 250 करोड़ रूपये भाजपा लोगों को चिकित्सा सुविधा देने के लिए आज तक भी प्रयोग नहीं कर पाई है. श्रुति चौधरी का कहना है कि यहां से सांसद चुने जाने पर उनकी प्राथमिकता एनसीआर के तहत मिलने वाले कोष से अपने लोकसभा क्षेत्र में मैडिकल कॉलेज, सीवरेज ट्रींटमेंट प्लांट सहित बिजली, सडक़ पानी की मूलभूत सुविधाओं को दुरूस्त करना है.
भाजपा से घोषित उम्मीदवार धर्मबीर सिंह के बारे में प्रश्र पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि धर्मबीर सिंह ने सांसद बनने के बाद अपनी कार्यकाल के बीच में ही ऐलान कर दिया था कि वे सांसद के काबिल नहीं है परन्तु भाजपा के पास कोई अन्य उम्मीदवार न होने के चलते सांसद धर्मबीर सिंह को फिर से चुनाव में खड़ा कर दिया. ऐसे में जनता धर्मबीर सिंह द्वारा पूर्व में दिए गए बयानों का आंकलन करके ही वोट डालेगी. वही उन्होंने राहुल गांधी व नरेंद्र मोदी में अंतर बताते हुए कहा कि राहुल गांधी हर वर्ग को साथ लेकर जोडने वाली राजनीति करते हैं, जबकि प्रधानमंत्री मोदी बांटने वाली राजनीति में विश्वास रखते हैं.
महिला नेता होने के नाते आने वाली समस्याओं के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि भले ही महिला हो या पुरूष मेहनत व काम सभी को करना पड़ता है. उन्होंने कहा कि महिलाएं मल्टी टास्किंग होती है. इसीलिए अब तक उन्हे कोई दिक्कत नहीं आई है. अपनी दिनचर्या के बारे में उन्होंने बताया कि चुनाव में उन्हे जल्द ही प्रचार के लिए निकलना होता है. वे दिन भर ग्रामीणों से मिलती हैं. अपने पक्ष में वोट की अपील करती हैं. इस कार्य में उन्हे शाम के 8 बज जाते है. उन्होंने कहा कि उनके दादा चौ. बंसीलाल ने 50 साल पहले प्रदेश का विदुतीकरण किया. आधुनिक हरियाणा की नींव रखी थी.