ETV Bharat / state

हरियाणा में फिर उठ रही है आरक्षण की मांग! अनुसूचित जातियों ने की महापंचायत - Bhiwani

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शिक्षा में 10 प्रतिशत आरक्षण पहले ही दिया हुआ है, लेकिन महापंचायत के लोग चाहते हैं कि ये आरक्षण शिक्षा की तर्ज पर नौकरियों में भी दिया जाए.

भिवानी में अनुसूचित जातियों ने की महापंचायत
author img

By

Published : Jul 7, 2019, 8:26 AM IST

भिवानी: जिले के लघु सचिवालय में शनिवार को महापंचायत का आयोजन किया गया. महापंचायत में अनुसूचित जाति ए के वर्गीकरण को लेकर चर्चा की गई. अनुसूचित जाति ए वर्ग के लोग 20 प्रतिशत में से 10 प्रतिशत आरक्षण खुद के लिए चाहते हैं.


गौरतलब है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शिक्षा में 10 प्रतिशत आरक्षण पहले ही दिया हुआ है, लेकिन महापंचायत के लोग चाहते हैं कि ये आरक्षण शिक्षा की तर्ज पर नौकरियों में भी दिया जाए.

भिवानी में अनुसूचित जातियों ने की महापंचायत


महापंचायत प्रतिनिधि अजीत बड़ेसरा ने बताया कि 1995 से 2006 तक एससी ए वर्ग को अलग से 10 प्रतिशत आरक्षण शिक्षा और नौकरियों में मिलता आ रहा था. हुड्डा सरकार ने 2006 में वर्गीकरण खत्म करके अनुसूचित जाति ए और अनुसूचित जाति वर्ग बी के आरक्षण को सांझा कर दिया.


अजीत ने बताया कि 2014 में बीजेपी ने अपने घोषणापत्र में अनुसूचित जाति वर्ग ए और बी के वर्गीकरण को अलग-अलग करने का वादा किया था, जिसे अब पूरा करने का समय आ गया है.

भिवानी: जिले के लघु सचिवालय में शनिवार को महापंचायत का आयोजन किया गया. महापंचायत में अनुसूचित जाति ए के वर्गीकरण को लेकर चर्चा की गई. अनुसूचित जाति ए वर्ग के लोग 20 प्रतिशत में से 10 प्रतिशत आरक्षण खुद के लिए चाहते हैं.


गौरतलब है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शिक्षा में 10 प्रतिशत आरक्षण पहले ही दिया हुआ है, लेकिन महापंचायत के लोग चाहते हैं कि ये आरक्षण शिक्षा की तर्ज पर नौकरियों में भी दिया जाए.

भिवानी में अनुसूचित जातियों ने की महापंचायत


महापंचायत प्रतिनिधि अजीत बड़ेसरा ने बताया कि 1995 से 2006 तक एससी ए वर्ग को अलग से 10 प्रतिशत आरक्षण शिक्षा और नौकरियों में मिलता आ रहा था. हुड्डा सरकार ने 2006 में वर्गीकरण खत्म करके अनुसूचित जाति ए और अनुसूचित जाति वर्ग बी के आरक्षण को सांझा कर दिया.


अजीत ने बताया कि 2014 में बीजेपी ने अपने घोषणापत्र में अनुसूचित जाति वर्ग ए और बी के वर्गीकरण को अलग-अलग करने का वादा किया था, जिसे अब पूरा करने का समय आ गया है.

Intro:रिपोर्ट इन्द्रवेश दुहन भिवानी
दिनांक 6 जुलाई।
महापंचायत ने कहा : शिक्षा के साथ नौकरियों में भी वर्गीकरण लागू करें मुख्यमंत्री
शिक्षा में अनुसूचित जाति का आरक्षण वर्गीकृत करने पर मुख्यमंत्री का जताया आभार
2014 के घोषणा पत्र को लागू करें मुख्यमंत्री, ताकि नौकरियों में भी मिल सकें अनुसूचित जाति का वर्गीकृत आरक्षण
भिवानी के लघु सचिवालय में अनुसूचित जाति ए के वर्गीकरण को लेकर महापंचायत का आयोजन किया गया। अनुसूचित जाति को आबंटित कुल 20 प्रतिशत में से 10 प्रतिशत आरक्षण अनुसूचित जाति ए वर्ग के लोग अपने लिए चाहते है। हालांकि मुख्यमंत्री ने शिक्षा में 10 प्रतिशत आरक्षण इन्हे दे दिया है, परन्तु महापंचायत के लोग चाहते है कि ये आरक्षण शिक्षा की तर्ज पर नौकरियों में भी लागू हो। महापंचायत में मुख्यमंत्री द्वारा शिक्षा में वर्गीकृत आरक्षण देने पर मुख्यमंत्री का आभार भी जताया गया।
Body: आज हुई इस महापंचायत में महापंचायत में प्रदेश के विभिन्न जिलों से अनुसूचित वर्ग-ए के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया तथा अनुसूचित जाति वर्ग-ए व वर्ग-बी के आरक्षण वर्गीकरण को लेकर गहनता से विचार-विमर्श किया। महापंचायत के प्रतिनिधियों महेश कुमार, अजीत बड़ेसरा ने बताया कि अनुसूचित जाति ए व बी को कुल 20 प्रतिशत आरक्षण है, जो सामूहिक रूप से है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने जींद में संत कबीर की याद में आयोजित की गई रैली में शिक्षा में अनुसूचित जाति वर्ग ए को 10 प्रतिशत अलग से आरक्षण देने की घोषणा की। इसका समाज तहदिल से स्वागत करता है। इससे अनुसूचित जाति वर्ग ए की पिछड़े हुए युवाओं को उच्च शिक्षा ग्रहण करने में आसानी होगी तथा वर्ग का उत्थान होगा। उन्होंने कहा कि इससे पूर्व 20 प्रतिशत आरक्षण का लगभग 18 प्रतिशत लाभ अकेले अनुसूचित जाति वर्ग बी सक्षम होने के चलते उठा ले जाता था। मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुसार कार्य करते हुए अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक लाभ पहुंचाने का उद्देश्य से यह वर्गीकरण किया। महापंचायत की यह मांग है कि अनुसूचित जाति वर्ग ए का वर्गीकरण जिसमें 42 जातियां आती है, वह अकेले शिक्षा तक सीमित न करके नौकरियों में भी लागू किया जाए, ताकि सदियों से पिछड़े अनुसूचित ए वर्ग के लोगों को उत्थान का अवसर मिल सकें। Conclusion:उन्होंने कहा कि 1995 से 2006 तक एससी ए वर्ग को अलग से 10 प्रतिशत आरक्षण शिक्षा व नौकरियों में मिलता आ रहा था, जिसे हुड्डा सरकार ने 2006 में वर्गीकरण खत्म अनुसूचित जाति वर्ग ए व अनुसूूचित जाति वर्ग बी के आरक्षण को सांझा कर दिया था। जिसके चलते एससी ए वर्ग के लोग लाभ नहीं उठा पाएं थे। उन्होंने कहा कि 2014 के घोषणापत्र में भाजपा ने अनुसूचित जाति वर्ग ए व बी के वर्गीकरण को अलग-अलग करने का वायदा किया था। जिसे अब पूरा करने का समय आ गया है।
बाईट : महेश एवं अजीत बड़ेसरा महापंचायत नेता।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.