भिवानी: मंगलवार को भिवानी में सरपंचों का प्रदर्शन उग्र हो गया. दरअसल मंगलवार को भिवानी में पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली का कार्यक्रम प्रस्तावित है. उनको भिवानी के पंचायत भवन में जिला कष्ट निवारण समिति की बैठक की अध्यक्षता करनी है. सरपंचों को पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली के कार्यक्रम की भनक लग गई. लिहाजा बड़ी संख्या में सरपंच देवेंद्र बबली के कार्यक्रम का विरोध करने के लिए पहुंच गए. सरपंचों के विरोध को देखते हुए मौके पर भारी पुलिस तैनात किया गया.
बड़ी संख्या में भिवानी, रोहतक व दादरी से आए सरपंच भिवानी के हुडा पार्क में एकत्रित हुए और जुलूस निकालकर देवेंद्र बबली के कार्यक्रम के विरोध का ऐलान किया. जब सरपंच विरोध करते हुए देवेंद्र बबली के कार्यक्रम वाली जगह पहुंचने लगे तो पुलिस ने बैरिगेड्स लगाकर उन्हें रोक लिया, लेकिन सरपंच नहीं माने और आगे बढ़ने लगे. इस दौरान सरपंचों और पुलिस कर्मियों के बीच धक्का मुक्की हुई. विरोध के बढ़ता देख पुलिसकर्मियों ने सरपंचों को हिरासत में लेना शुरू कर दिया.
इस दौरान पुलिसकर्मियों ने सरपंचों को हिरासत में लिया. पुलिस सरपंचों को जबरदस्ती घसीटते हुए पुलिस के वाहन तक ले गई. इस दौरान सरपंचों ने सरकार और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. बता दें कि हरियाणा के सरपंच सरकार की ई-टेंडरिंग प्रक्रिया और री-कॉल के कानून का विरोध कर रहे हैं. सरपंचों ने कहा कि सरकार ने गांवों के विकास कार्यों के लि ई-टेंडरिंग प्रक्रिया शुरू की है, जिसमें काफी झोल है. सरपंचों ने आरोप लगाया कि ई-टेंडरिंग प्रक्रिया से काम समय पर पूरे नहीं हो पाएंगे.
उन्होंने कहा कि ठेकेदारों पर से सरपंचों का अधिकार समाप्त हो जाएगा. जिसके चलते काम की गुणवत्ता व पारदर्शिता में कमी आएगी, इसीलिए वो ई-टेंडरिंग का विरोध कर रहे हैं. सरपंचों ने प्रदेश सरकार की नीतियों का विरोध करते हुए कहा कि जब तक ई टेंडरिंग प्रक्रिया को वापिस नहीं लिया जाता तथा सरपंचों के री-कॉल करने के नियमों को समाप्त नहीं किया जाता, वे विधायकों, मंत्रियों व सरकार के प्रतिनिधियों को गांवों में घुसने नहीं देंगे. सरपंचों ने कहा कि उनका विरोध उनकी मांगें पूरी होने तक जारी रहेगा. इस बारे में डीएसपी विरेंद्र सिंह ने कहा कि कोई भी सरपंच यदि कार्यक्रम में विघ्र डालता है, तो उसको कार्यक्रम से दूर रखा जाएगा तथा कार्यक्रम को सुचारू रूप से चलाने के लिए पुलिस बल तैनात किया गया है.