भिवानी: हरियाणा शारीरिक शिक्षक संघर्ष समिति के बैनर तले राज्यभर में जिला मुख्यालयों पर चल रहे बेमियादी आंदोलन 174वें दिन में प्रवेश कर गया है. शारीरिक शिक्षक, सकसं, रिटायर्ड कर्मचारी संघ, हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ, हेमसा, मैनिकल 41, हरियाणा प्राईमरी टीचर एसो. नप पालिका, मण्डी, मार्केटिंग बोर्ड पदाधिकारियों ने धरने पर बैठकर सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी कर रोष प्रकट किया.
सुखदेव सिंह, सतबीर स्वामी, अनिल बागड़ी, अजीत राठी, सहदेव सिंह, सुशील, अशोक चाहर, भीम सिंह, योगेश ने संयुक्त रूप से कहा कि सरकार शारीरिक शिक्षकों के सब्र की परीक्षा ना ले. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार उनको प्रताडित करने की बजाए उन्हें रोजगार दे जिससे कि वे अपना और अपने परिवार का पालन पोषण कर सके. आज सरकार की गलत नीतियों के चलते सभी वर्ग सडक़ों पर रात बिता रहे हैं.
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उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा 6 अक्तूबर को हुई वार्ता के दौरान 1983 पीटीआई को यह आश्वासन दिया गया था कि जल्द ही उन्हें शिक्षा विभाग में समायोजित कर दिया जाएगा, वही दो माह बीत जाने के बाद भी उनको शिक्षा विभाग में समायोजित नहीं किया गया है. जिसके चलते सभी शारीरिक शिक्षकों के अलावा अन्य संगठनों में भी रोष व्याप्त है. उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने शारीरिक शिक्षकों को शिक्षा विभाग में समायोजित नहीं किया तो उन्हें इसका गम्भीर परिणाम भुगतना होगा.