भिवानी: जिले में बर्खास्त पीटीआई अध्यापक अपनी बहाली की मांग और जींद में हुए लाठीचार्ज के विरोध में शनिवार को सड़कों पर उतरे और सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. इस दौरान बर्खास्त पीटीआई अध्यापकों ने सरकार से हठधर्मिता छोड़ बहाल करने की मांग की और साथ ही चेतावनी दी कि उनकी बहाली नहीं हुई तो वो बरोदा उपचुनाव में सरकार के खिलाफ प्रचार करेंगे.
गौरतलब है कि सड़कों पर उतर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते और अपनी बहाली की मांग को लेकर बर्खास्त पीटीआई अध्यापक 50वें दिन भी आंदोलन पर है. भिवानी में इन्होंने नेहरू पार्क से लेकर हांसी गेट व पुराना बस अड्डा होते हुए लघु सचिवालय के बाहर अपने धरना स्थल पर रोष प्रदर्शन किया. रोष प्रदर्शन में हरियाणा मिनिस्ट्रीयल स्टाफ एसोसिएशन (हेमसा) ने भी समर्थन किया और भाग लिया.
हेमसा राज्य सचिव रमेश लांबा ने बताया कि बर्खास्त पीटीआई का रोजगार छीनने और अब बहाली की मांग पर लाठीचार्ज करना निंदनीय है. उन्होंने कहा कि जब तक इनकी बहाली नहीं होती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा. उन्होंने सरकार से हठधर्मिता छोड़ इन्हे बहाल करने की मांग की और साथ ही कहा कि बहाली ना होने पर ये सभी बरोदा उपचुनाव में सरकार के विरोध में प्रचार करेंगे.
बता दें कि, शुक्रवार को जींद में अपनी बहाली की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे पीटीआई अध्यापकों पर पुलिस ने लाठी चार्ज कर दी. पीटीआई अध्यापकों के इस धरने का समर्थन खाप पंचायतें भी कर रही थीं. लाठीचार्ज पर पीटीआई अध्यापकों ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि वो शांती से प्रदर्शन कर रहे थे. तभी पुलिस ने उनपर लाठीचार्ज कर दिया. वहीं पुलिस ने इस मामले में बताया कि पीटीआई प्रदर्शन को समर्थन दे रहे खाप प्रतिनिधि ने आत्मदाह की कोशिश की थी. जिसपर पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. इसी मामले को लेकर अब भिवानी में पीटीआई अध्यापकों ने मोर्चा खोल दिया है.
ये भी पढ़ें: रक्षाबंधन पर प्रदेश की बेटियों को मिलेगी 'मनोहर' सौगात, इन जिलों में खुलेंगे 10 नए गर्ल्स कॉलेज