भिवानी: बर्खास्त पीटीआई अध्यापकों ने सोमवार को बहाली की मांग को लेकर प्रदेशभर में मंत्रियों के आवासों पर हल्ला बोला. भिवानी में पांच जिलों के सैकड़ों की संख्या में बर्खास्त पीटीआई टीचर कृषि मंत्री के आवास का घेराव करने के लिए चल दिए. प्रदर्शन के दौरान एक पीटीआई शिक्षक बेहोश हो गई. उसने कहा कि उसके घर खाने के लाले पड़े हुए हैं.
ये पीटीआई टीचर करीब 100 दिनों से नौकरी बहाली की मांग को लेकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. भिवानी में करीब 5 जिलों के पीटीआई टीचर कृषि मंत्री के आवास का घेराव करने पहुंचे. पुलिस ने जब इनको रोकने के की कोशिश की तो वो बेरिकेटिंग को तोड़ते हुए आगे बढ़ गए और जमकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.
इस दौरान बर्खास्त पीटीआई यूनियन के जिला महासचिव राजेश श्योराण ने बताया कि उनकी नौकरी चली गई और अब लोकतंत्र में उन्हें विरोध जताने से भी पुलिस के माध्यम से सरकार रोकना चाहती है. उन्होंने कहा कि एक अक्टूबर को उनकी सीएम से वार्ता है. अगर सीएम ने वार्ता में बहाली की मांग नहीं मानी तो 2 अक्टूबर को प्रदेश के लाखों कर्मचारी सड़कों पर उतर आएंगे.
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इंसान की पहली प्राथमिकता रोजी-रोटी है. रोटी रोजी से आती है और रोजी चली जाए तो रोटी के लाले पड़ जाते हैं. इसलिए अपनी रोजी यानि नौकरी दौबारा पाने के लिए ये बर्खास्त पीटीआई 100 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं. अब देखना होगा कि एक अक्टूबर को सीएम से वार्ता में इनकी रोजी-रोटी को लेकर क्या फैसला होता है? और उस फैसले पर ये बर्खास्त पीटीआई सहमत होते हैं या नहीं.