भिवानी: हरियाणा में जिला भिवानी के शहरी दायरे में 76 हजार में से 40 हजार प्रॉपर्टी आईडी ही बन पाई है. 30 हजार प्रॉपर्टी आईडी में अभी भी त्रुटियां हैं. हालांकि नगर परिषद अब कैंप लगाकर लोगों की पीआईडी की त्रुटियों को ठीक कराने में बात कर रहा है. सर्वे के चलते किसी की आईडी में नाम गलत है, तो किसी आईडी के पते पर कोई दूसरा ही मालिक बना दिया है. वहीं कई लोगों की एक ही प्रॉपर्टी आईडी बनाई हुई है. ऐसे में लोग अपनी प्रॉपर्टी आईडी की त्रुटियों को ठीक कराने के लिए नगर परिषद कार्यालय के चक्कर लगाने पर मजबूर है.
आपको बता दें कि प्रॉपर्टी आईडी में जो खामियां पाई गई हैं उनकी वजह से लोन और टैक्स भुगतान समेत कई जरूरी काम भी अधर में लटक गए हैं. याशी कंपनी ने शहर में करीब 76 हजार से अधिक प्रॉपर्टी का सर्वेक्षण किया था. सर्वेक्षण के हिसाब से आईडी में व्यापक खामियां उजागर हुई हैं. इसके लिए नगर परिषद अधिकारियों को अब इन्हें दूर कराने के लिए कैंप लगा रहे हैं, फिर भी कोई स्थाई समाधान नही हो रहा है. नागरिकों ने बताया कि गलत सर्वे के चलते किसी की पीआईडी में नाम गलत है, तो किसी के पीआईडी के पते पर कोई दूसरा ही मालिक बना दिया है.
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पीआईडी की खामियों की वजह से लोन, टैक्स भुगतान सहित जरूरी काम भी अटक गए हैं. कोई नगर परिषद कार्यालय के चक्कर लगाने पर मजबूर है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है. इस बारे में भिवानी नगर परिषद के सचिव अशोक ढांगी ने कहा कि किसी भी व्यक्ति की पीआईडी में कोई भी त्रुटि बकाया नहीं रहने दी जाएगी. खुले दरबार के जरिए उनका समाधान करवाया जाएगा. उन्होंने बताया कि लोगों की जरूरतों के आधार पर समय-समय पर ये कैंपस लगाए जाएंगे. पहले काउंटर कम थे, अब कॉउंटरों की संख्या भी बढ़ा दी गई हैं. सभी पीआईडी दुरुस्त की जाएगी, लोगों को किसी तरह की परेशानी नहीं होने दी जाएगी.
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