भिवानी: दिल्ली के बाद धीरे-धीरे भिवानी की आबोहवा जहरीली हो गई है. जिले में प्रदूषण के कारण मरीजों की संख्या तीन गुणा बढ़ गई है. लोगों का कहना है कि घर से निकलते ही आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ होती है.
खतरनाक स्तर पर पहुंचा प्रदूषण
भिवानी में एयर क्वालिटी इंडेक्स 250 से भी पार है, जो कि लोगों के स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है. इन दिनों भिवानी के आसमान धुएं का सफेद गुब्बार बन गया है. दोपहर को भी शाम जैसा नजारा रह रहा है. मतलब धुआं इतना की सूरज भी ठीक से दिखाई नहीं दे रहा है.
डॉक्टर विनोद अंचल ने बताया कि जहरीली हवा से आंखों और सांस के मरीजों में तीन गुणा बढ़ोतरी हो रही है. उन्होंने बताया कि ये जहरीला धुआं बच्चों, बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं और सांस के मरीजों के लिए बहुत खतरनाक है. उन्होंने बताया कि आम आदमी को इस आबोहवा में सावधानी बरतनी चाहिए और ज्यादा जरूरी होने पर ही घर से निकलना चाहिए.
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भिवानी में एयर क्वालिटी इंडेक्स 250 से भी पार है, जो कि जो कि 50 से ज्यादा नहीं होना चाहिए. आपको बता दें कि एयर क्वालिटी इंडेक्स यानी एक्यूआई हवा में प्रदूषण मापने एक पैमाना होता है. 0 से 50 के बीच एक्यूआई होने पर हवा की क्वालिटी को अच्छा माना जाता है, जबकि 51 से 100 के बीच यह संतोषजनक माना जाता है. 101 से 200 के बीच मध्यम 201 से 300 के बीच खराब 301 से 400 के बीच बहुत खराब और 401 से 500 के बीच उसे गंभीर स्तर का समझा जाता है. ऐसी हवा में सांस लेना बहुत खतरनाक होता है. जो कि सेहत के लिए बेहद हानिकारक है