ETV Bharat / state

भिवानी जिले में 4 में 3 सीटों पर जीती बीजेपी, जानें क्या रहे कारण

इस बार विधानसभा चुनाव में भिवानी जिला बीजेपी पार्टी के लिए काफी लकी सबित हुआ है. 2014 में बीजेपी में 4 में से मात्र 2 पर जीत दर्ज की थी वहीं इस बार के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 3 सीट पर जीत हासिल की है.

politicap graph op bhiwani district
author img

By

Published : Oct 26, 2019, 9:45 PM IST

Updated : Oct 26, 2019, 10:56 PM IST

भिवानी: भिवानी जिला दक्षिणी हरियाणा का मरूस्थली क्षेत्र है, जो लंबे समय से सरकारों से विकास की दरकार लगाए हुए है. इस क्षेत्र का विकास चौ. बंसीलाल ने अपने समय में करवाया. यहां के रेगिस्तानी क्षेत्र में लिफ्ट इरिगेशन से पहली बार नहरी पानी आया, लेकिन समय के साथ लिफ्ट इरिगेशन जैसी व्यवस्थाएं धाराशाही होती गई और सरकारों ने भी इस ओर ध्यान देना बंद कर दिया.

वर्तमान सरकार ने कराया विकास
वर्तमान मनोहर लाल सरकार ने भिवानी जिले के लोहारू, तोशाम के साथ लगते मरूस्थली हलकों की नहरों में टेल तक पानी पहुंचाने का काम किया. जिसका नतीजा यह रहा कि भिवानी जिले की चार विधनासभा सीटों में से तीन पर बीजेपी अपना परचम लहराने में सफल रही.

भिवानी जिले में 4 में 3 पर जीती बीजेपी, जाने क्या रहे कारण?

जेपी दलाल के हाथ लगी जीत

भिवानी की लोहारू विधानसभा में पहली बार बीजेपी का कमल खिला है. इस बार बीजेपी उम्मीदवार जेपी दलाल ने इनेलो से विधायक ओम प्रकाश को हराया है. इस क्षेत्र में पिछले पांच सालों में सरकार ने नहरों में टेल तक पानी पहुचाया तथा फसल खराब होने पर किसानों को मुआवजा भी दिया. इसके साथ ही इस क्षेत्र में सडकों का निर्माण भी पहले के मुकाबले काफी बेहतर रहा है.


बवानीखेड़ से विशंभर वाल्मीकि ने खिलाया कमल

बवानीखेड़ा हलके में दोबारा से बीजेपी के का कमल विधायक बने विशंभर वाल्मीकि ने खिलाया. आरक्षित विधनसभा क्षेत्र बवानीखेड़ा में बीजेपी की जीत के पीछे इस क्षेत्र में बड़ी संख्या एससी-ए और एससी-बी वर्ग है. मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कॉलेज और विश्वविद्यालय स्तर दाखिलों में एससी-ए वर्ग से जुड़ी 42 जातियों के लोगों को दस प्रतिशत अलग से आरक्षण का लाभ दिलवाया. लोगों की मूलभूत जरूरतों को भी पूरा किया.

घनश्याम सर्राफ लगातार तीसरी बने विधायक
भिवानी विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी विधायक घनश्याम सर्राफ लगातार तीसरी बार जीतने में सफल रहे. इसके लिए जहां उनकी व्यक्तिगत छवि और मिलनसार स्वभाव काम आया, वहीं दूसरी तरफ भिवानी हलके के शहरी क्षेत्र में बड़े स्तर पर गलियों के निर्माण में मतदाताओं को आकर्षित करने का काम किया.

ये भी पढ़ें:-चंडीगढ़: मनोहर लाल खट्टर चुने गए बीजेपी विधायक दल के नेता, कल हो सकता है शपथ ग्रहण

तोशाम से चौथी बार विधायक बनी किरण चौधरी

भिवानी जिले का तोशाम एकमात्र ऐसा हलका रहा, जहां से कांग्रेस की कद्दावर नेता लगातार चौथी बार यहां से विधायक चुनी गई. यह चौ. बंसीलाल का अभेद दुर्ग रहा है, जिसे भेद पाने में बीजेपी अबकी बार भी कामयाब नहीं हो पाई तथा किरण चौधरी ने बीजेपी को करारी मात दी है.

कुल मिलाकर बात करें तो बीजेपी के विकास का मॉडल भिवानी जिले में कामयाब दिखा लेकिन प्रदेश भर में यह मॉडल फीका पड़ गया. शायद यही कारण है कि 75 पार का दावा करने वाली बीजेपी मात्र 40 पर ही सिमट कर रह गई.

भिवानी: भिवानी जिला दक्षिणी हरियाणा का मरूस्थली क्षेत्र है, जो लंबे समय से सरकारों से विकास की दरकार लगाए हुए है. इस क्षेत्र का विकास चौ. बंसीलाल ने अपने समय में करवाया. यहां के रेगिस्तानी क्षेत्र में लिफ्ट इरिगेशन से पहली बार नहरी पानी आया, लेकिन समय के साथ लिफ्ट इरिगेशन जैसी व्यवस्थाएं धाराशाही होती गई और सरकारों ने भी इस ओर ध्यान देना बंद कर दिया.

वर्तमान सरकार ने कराया विकास
वर्तमान मनोहर लाल सरकार ने भिवानी जिले के लोहारू, तोशाम के साथ लगते मरूस्थली हलकों की नहरों में टेल तक पानी पहुंचाने का काम किया. जिसका नतीजा यह रहा कि भिवानी जिले की चार विधनासभा सीटों में से तीन पर बीजेपी अपना परचम लहराने में सफल रही.

भिवानी जिले में 4 में 3 पर जीती बीजेपी, जाने क्या रहे कारण?

जेपी दलाल के हाथ लगी जीत

भिवानी की लोहारू विधानसभा में पहली बार बीजेपी का कमल खिला है. इस बार बीजेपी उम्मीदवार जेपी दलाल ने इनेलो से विधायक ओम प्रकाश को हराया है. इस क्षेत्र में पिछले पांच सालों में सरकार ने नहरों में टेल तक पानी पहुचाया तथा फसल खराब होने पर किसानों को मुआवजा भी दिया. इसके साथ ही इस क्षेत्र में सडकों का निर्माण भी पहले के मुकाबले काफी बेहतर रहा है.


बवानीखेड़ से विशंभर वाल्मीकि ने खिलाया कमल

बवानीखेड़ा हलके में दोबारा से बीजेपी के का कमल विधायक बने विशंभर वाल्मीकि ने खिलाया. आरक्षित विधनसभा क्षेत्र बवानीखेड़ा में बीजेपी की जीत के पीछे इस क्षेत्र में बड़ी संख्या एससी-ए और एससी-बी वर्ग है. मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कॉलेज और विश्वविद्यालय स्तर दाखिलों में एससी-ए वर्ग से जुड़ी 42 जातियों के लोगों को दस प्रतिशत अलग से आरक्षण का लाभ दिलवाया. लोगों की मूलभूत जरूरतों को भी पूरा किया.

घनश्याम सर्राफ लगातार तीसरी बने विधायक
भिवानी विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी विधायक घनश्याम सर्राफ लगातार तीसरी बार जीतने में सफल रहे. इसके लिए जहां उनकी व्यक्तिगत छवि और मिलनसार स्वभाव काम आया, वहीं दूसरी तरफ भिवानी हलके के शहरी क्षेत्र में बड़े स्तर पर गलियों के निर्माण में मतदाताओं को आकर्षित करने का काम किया.

ये भी पढ़ें:-चंडीगढ़: मनोहर लाल खट्टर चुने गए बीजेपी विधायक दल के नेता, कल हो सकता है शपथ ग्रहण

तोशाम से चौथी बार विधायक बनी किरण चौधरी

भिवानी जिले का तोशाम एकमात्र ऐसा हलका रहा, जहां से कांग्रेस की कद्दावर नेता लगातार चौथी बार यहां से विधायक चुनी गई. यह चौ. बंसीलाल का अभेद दुर्ग रहा है, जिसे भेद पाने में बीजेपी अबकी बार भी कामयाब नहीं हो पाई तथा किरण चौधरी ने बीजेपी को करारी मात दी है.

कुल मिलाकर बात करें तो बीजेपी के विकास का मॉडल भिवानी जिले में कामयाब दिखा लेकिन प्रदेश भर में यह मॉडल फीका पड़ गया. शायद यही कारण है कि 75 पार का दावा करने वाली बीजेपी मात्र 40 पर ही सिमट कर रह गई.

Intro:रिपोर्ट इन्द्रवेश भिवानी
दिनांक 26 अक्तूबर।
भाजपा भिवानी जिले की चार में से तीन सीटों पर क्यो जीती, जानिए कारण
तोशाम सीट को नहीं भेद पाई भाजपा
अंतिम टेल तक पानी पहुंचाना रहा बड़ा मुद्दा
भिवानी जिला दक्षिणी हरियाणा का वह मरूस्थली क्षेत्र है, जो लंबे समय से विभिन्न सरकारों से विकास की दरकार लगाए हुए हैं। यहां से इस क्षेत्र का विकास चौ. बंसीलाल ने अपने समय में करवाया तथा यहां के रेगिस्तानी क्षेत्र में लिफ्ट इरीगेशन के माध्यम से पहली बार नहरी पानी आया। परन्तु समय के साथ लिफ्ट इरीगेशन जैसी व्यवस्थाएं धाराशाही होती गई तथा भारत की सरकार ने इस दिशा में कोई विशेष ध्यान नहीं दिया। वर्तमान मनोहर लाल खट्टर सरकार ने भिवानी जिले के लोहारू, तोशाम व साथ लगते मरूस्थली हलके बाढड़़ा की नहरों में टेल तक पानी पहुंचाने का काम किया। जिसका नतीजा यह रहा कि भिवानी जिले की चार विधनासभा क्षेत्रों में से तीन पर भाजपा अपना परचम लहराने में सफल रही।
भिवानी के लोहारू क्षेत्र में पहली बार भाजपा का कमल खिला तथा यहां की जनता ने 2019 के चुनाव में जेपी दलाल को भाजपा का विधायक चुना। जिसका कारण यह रहा कि यहां पर पिछले पांच सालों के दौरान नहरों में टेल तक पानी पहुचाया तथा फसल के खराबे का बेहतर मुआवजा यहां के किसानों को मिला। इसके साथ ही इस क्षेत्र में सडक़ों का निर्माण भी पहले के मुकाबले काफी बेहतर रहा।
Body:बवानीखेड़ा हलके में दोबारा से भाजपा का कमल यहां से विधायक बने विशंबर वाल्मिकी के रूप में खिला। आरक्षित विधनसभा क्षेत्र बवानीखेड़ा में भाजपा की जीत के पीछे के कारणों को तलाशे तो हम पाएंगे कि इस क्षेत्र में बड़ी संख्या एससी-ए व एससी-बी वर्ग की है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कॉलेज व विश्वविद्यालय स्तर दाखिलों में एससी-ए वर्ग से जुड़ी 42 जातियों के लोगों को दस प्रतिशत अलग से आरक्षण का लाभ दिलवाया साथ ही बवानीखेड़ा क्षेत्र में सडक़, पीने के पानी जैसे मूलभूत विकास कार्य भी हुए। जिसकी बदौलत यहां से भाजपा के विधायक विशंबर वाल्मिकी दोबारा से जीतने में सफल रहे।
Conclusion: भिवानी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक घनश्याम सर्राफ लगातार तीसरी बार जीतने में सफल रहे। इसके लिए जहां उनकी व्यक्तिगत छवि व मिलनसार स्वभाव काम आया वही दूसरी तरफ भिवानी हलके के शहरी क्षेत्र में बड़े स्तर पर गलियों के निर्माण में मतदाताओं को आकषित करने का काम किया।
भिवानी जिले का तोशाम एकमात्र ऐसा हलका रहा, जहां से कांग्रेस की कद्दावर लगातार चौथी बार यहां से विधायक चुनी गई। यह चौ. बंसीलाल का अभेद दुर्ग रहा है, जिसे भेद पाने में भाजपा अबकी बार भी कामयाब नहीं हो पाई तथा किरण चौधरी ने भाजपा उम्मीवार को यहां से हराने का काम किया।
Last Updated : Oct 26, 2019, 10:56 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.