भिवानी: ओबीसी की जाति आधारित जनगणना कराने सहित विभिन्न मांगों को लेकर 30 अप्रैल को भिवानी में भी बंद का आयोजन किया जाएगा. इसको लेकर राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा द्वारा शनिवार को स्थानीय दादरी गेट स्थित दक्ष प्रजापति महासभा भिवानी के प्रधान सुरेश प्रजापति के कार्यालय में एक बैठक का आयोजन किया गया. इस बैठक में भारत बंद के तहत भिवानी में बंद को सफल बनाने के लिए जिम्मेदारियां सौंपी गई.
बैठक को संबोधित करते हुए दक्ष प्रजापति महासभा भिवानी के प्रधान सुरेश प्रजापति, इंडियन मेडिकल प्रोफेशनल एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष विनोद सांगा एवं शहीदे-ए-आजम भगत सिंह सेवा ट्रस्ट के प्रधान मोनू तालु ने कहा कि जब से भाजपा सत्ता में आई है, तभी से पिछड़ा वर्ग विरोधी फैसले ले रही है. जिसके विरोध में पिछड़ा वर्ग को अपने हितों को लेकर बार-बार सड़कों पर उतरना पड़ता है.
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उन्होंने कहा कि खुद को पिछड़ा वर्ग हितैषी बताने वाली भाजपा ओबीसी की जाति आधारित जनगणना से पीछे हट रही है, जबकि भारत देश में जानवरों तक की गिनती करवाई जाती है, ताकि उनका संरक्षण किया जा सके. उन्होंने कहा कि पिछड़ा वर्ग की जाति आधारित जनगणना ना करवाना इनका अपमान है. उन्होंने कहा कि उपरोक्त मांगाों को लेकर पिछड़ा वर्ग द्वारा 30 अप्रैल को भारत बंद के तहत सुबह 11 बजे स्थानीय नेहरू पार्क से भिवानी में रोष प्रदर्शन भी निकाला जाएगा.
इस दौरान वे अपनी मांगों को लेकर एक ज्ञापन राष्ट्रपति के नाम प्रशासन को सौंपेंगे. इस दौरान सरकार को चेताया जाएगा कि यदि भाजपा ने जल्द ही उनकी मांगें पूरी नहीं की तो पिछड़ा वर्ग के लोग कड़ा फैसला लेने पर मजबूर होंगे. गौरतलब है कि राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा ओबीसी की जाति आधारित जनगणना कराने, ईवीएम मशीन का उपयोग बंद करने, निजी क्षेत्रों में एससी, एसटी, ओबीसी आरक्षण लागू किए जाने की मांग कर रहा है.
इसके साथ ही संगठन एनआरसी, एनपीआर, सीएए का विरोध करते हुए पुरानी पेंशन बहाल करने, श्रम कानून को हटाने के साथ ही बैकलॉग तत्काल भरने को लेकर चरणबद्ध तरीके से आंदोलन कर रहा है. ओबीसी से क्रीमिलेयर को समाप्त किए जाने जैसी मांगों को लेकर पहले चरण के तहत देश के 563 जिलों में ज्ञापन सौंपे गए. वहीं दूसरे चरण के तहत राष्ट्रव्यापी धरना दिया गया. तीसरे चरण के तहत देश भर के 563 जिलों में रैली निकाली गई. अब चौथे चरण के तहत 30 अप्रैल को भारत बंद का आयोजन किया जाएगा.