भिवानी: सर्वजातिय श्योराण खाप और भाकियू सहित विभिन्न किसान संगठनों के पदाधिकारियों की एक सांझा बैठक आज यहां शहीद महाबीर किसान भवन में संपन्न हुई. अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के पदाधिकारी भी बैठक में मौजूद रहे. बैठक में नए कृषि कानूनों को वापिस लेने की मांग को लेकर दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन को लेकर व्यापक विचार-विमर्श किया गया. विभिन्न संगठनों के वक्ताओं ने नए कृषि कानूनों को वापिस लेने की मांग की.
पत्रकारों से बात करते हुए भाकियू खंड प्रधान धर्मपाल बारवास ने बताया कि आज श्योराण खाप और किसान संगठनों की एक सांझा बैठक हुई है. सभी ने मिलकर निर्णय लिया है कि कल हमारे संगठनों के कार्यकर्ता राशन-पानी लेकर ट्रैक्टरों और गाड़ियों में सवार होकर दिल्ली कूच करेंगे और जब तक ये कानून वापिस नहीं लिए जाते तब तक वहीं डटे रहेंगे.
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अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के प्रदेश महासचिव गंगाराम श्योराण ने बताया कि उनके संगठन ने दीनबंधु सर छोटूराम की जयंती पर ही किसानों को अपना पूर्ण समर्थन देने की घोषणा कर दी थी. उन्होंने नए कृषि कानूनों को किसानों के लिए डेथ वारंट की संज्ञा देते हुए कहा कि कल उनके संगठन के कार्यकर्ता भी दिल्ली कूच करेंगे और तब तक वापिस नहीं लौटेंगे जब तक कि ये कानून वापिस नहीं ले लिए जाते.