भिवानी: जिले के कुंगड़ गांव की बेटी ने राष्ट्रीय स्तर पर अपने गांव व परिजनों का नाम रोशन किया है. महाराष्ट्र के पुणे में 16 से 20 नवंबर तक हुई ऑल इंडिया पुलिस गेम्स प्रतियोगिता में सीआईएसएफ की टीम (CISF kabaddi team won gold medal) ने उनकी कप्तानी में पहली बार गोल्ड मेडल जीता है. मीना पहले एसएसबी में सिपाही के पद पर भर्ती हुई थी. बाद में उनका चयन सीआईएसएफ में हवलदार के पद पर हो गया था. उनका मानना है कि मेहनत के जरिए हर मुकाम को हासिल किया जा सकता है. उन्होंने अन्य बेटियों से भी बिना संकोच हर क्षेत्र में आगे बढ़ने की अपील की.
उन्होंने बताया कि वे खेलों के साथ-साथ नौकरी की अपनी जिम्मेदारी को भी पूरी निष्ठा व इमानदारी से निर्वाह कर रही है. वे मानती हैं कि आज बेटियां किसी भी क्षेत्र में बेटों से कम नहीं है. किसान परिवार से संबंध रखने वाली राष्ट्रीय स्तर की कबड्डी खिलाड़ी मीना गोयत (Kabaddi player Meena Goyat) के पिता सतबीर का 12 वर्ष पूर्व निधन हो गया था. मां संतोष देवी के हौसले ने उन्हें आगे बढ़ने में सहयोग किया. मीना ने जिला, राज्य से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक के विभिन्न आयु वर्गों की टीमों को गोल्ड मेडल दिलवाने में अपनी अहम भुमिका निभाई है. उन्होंने स्कूली स्तर पर शारीरिक शिक्षक राजेन्द्र बल्हारा के मार्गदर्शन में कबड्डी का प्रशिक्षण लिया.
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मीना गोयत का सफर: मीना ने वर्ष 2013-14 व वर्ष 2014-15 में जूनियर कबड्डी चैंपियनशिप में प्रदेश की टीम को राष्ट्रीय स्तर पर रजत पदक दिलवाने में अपनी भूमिका निभाई. वर्ष 2016-17 में सीनियर नेशनल कबड्डी प्रतियोगिता में प्रदेश की टीम को कांस्य पदक जिताने में भी अहम भूमिका निभाई. वर्ष 2016-17 व वर्ष 2017-18 में ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी प्रतियोगिता में टीम को स्वर्ण पदक दिलाया. एसएसबी में कांस्टेबल के पद पर रहते हुए राष्ट्रीय स्तर पर दो बार टीम को स्वर्ण व एक बार कांस्य पदक दिलवाया. उनके नेतृत्व में इस वर्ष सीआईएसएफ की टीम (CISF kabaddi team won gold medal) पहली बार ऑल इंडिया पुलिस गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने में कामयाब रही.
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