भिवानी: दिल्ली में भले ही वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर तक पहुंच गया हो. लेकिन कृषि मंत्री इसके लिए प्रदेश के किसानों द्वारा पराली जलाए जाने को सिरे से नकार रहे है. जेपी दलाल ने पराली को लेकर हरियाणा के किसानों का बचाव किया है. कृषि मंत्री जेपी दलाल का कहना है कि दिल्ली के प्रदूषण के लिए दिल्ली की जहर उगलती औद्योगिक ईकाइयां और वहां के वाहनों का प्रदूषण हैं.
इसके लिए हरियाणा के किसान जिम्मेदार नहीं हैं. भिवानी में कृषि मंत्री ने पराली से होने वाले प्रदूषण को लेकर पत्रकारों के सवालों के जवाब जिस बेबाकी से दिए इससे कृषि मंत्री अपने प्रदेश के किसानों का बचाव करते साफ नजर आएं. इस दौरान जेपी दलाल ने कहा कि हरियाणा में इक्का-दुक्का किसान ही पराली जलाते हैं और दिल्ली के लोग प्रदेश के किसानों को बेवजह वायु प्रदूषण के लिए बदनाम करते हैं.
पहले दिल्ली को अपने प्रदूषण पर ठीक से नियंत्रण करना चाहिए. इसके साथ ही हरियाणा के कृषि मंत्री ने दिल्ली में वायु प्रदूषण का एक अलग ही कारण बताया, जिससे मौसम वैज्ञानिक शायद इत्तेफाक नहीं रखते. कृषि मंत्री का कहना था कि दीपावली के सीजन के दौरान दिल्ली में हवा चलनी बंद हो जाती है. हवा न चलने के चलते दिल्ली का धुआं ऊपर नहीं उठ पाता, जिसका जिम्मेदार हरियाणा प्रदेश के किसानों की पराली को समझा जाता है.
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कृषि मंत्री ने कहा कि हरियाणा के किसानों का पराली का प्रदूषण अधिक नहीं है, लेकिन उसे दिल्ली वालों द्वारा बदनाम ज्यादा किया जाता हैं. कृषि मंत्री से जब पराली जलाने वाले किसानों पर कार्रवाई करने बारे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जो पराली जलाएगा उस किसान पर कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने प्रदेश के किसानों से पराली न जलाने की अपील करते हुए कहा कि पराली जलाने से भूमि व फसलों के लिए उपजाऊ मित्र कीट नष्ट हो जाते हैं जमीन की उर्वरा शक्ति भी कम हो जाती है.