भिवानी: कृषि कानून के विरोध में दिल्ली कूच कर रहे किसानों को लेकर हरियाणा और पंजाब के मुख्यमंत्री आमने-सामने हैं. इस मामले पर कांग्रेस और बीजेपी के दिग्गज नेता एक दूसरे पर जमकर आरोप लगा रहे हैं. इसी कड़ी में कृषि मंत्री जेपी दलाल ने किसान आंदोलन को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा है.
कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि लगता है कि दिल्ली कूच कर रहे ये लोग किसान नहीं बल्कि कांग्रेस के कार्यकर्ता हैं. ये पंजाब कांग्रेस का प्रायोजित कार्यक्रम है. कृषि मंत्री ने पंजाब पर भेदभावपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाया.
कृषि मंत्री से सुनी जनता की समस्याएं
बता दें कि रविवार को हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने भिवानी स्थित अपने आवास पर जनता दरबार लगाकर लोगों की समस्याएं सुनी. इसके बाद उन्होंने किसान आंदोलन पर कांग्रेस को जमकर घेरा. हरियाणा और पंजाब के सीएम के बीच बढ़ती तल्खी पर कृषि मंत्री ने कहा कि पंजाब के सीएम को इतना अहंकार नहीं करना चाहिए, क्योंकि हरियाणा के सीएम भी जनता ने चुना है.
'पंजाब सरकार ने किसानों को बर्बाद किया'
जेपी दलाल ने कहा कि पंजाब तो सुप्रीम कोर्ट का फैसला तक नहीं मानता और हरियाणा को एसवाईएल का निर्माण नहीं करने देता. पंजाब ने अपने किसानों को बर्बाद करके रख दिया है. यही कारण है कि पंजाब का किसान खाद के लिए हरियाणा की तरफ रुख कर रहा है. जेपी दलाल ने कहा कि दिल्ली कूच कर रहे लोग किसान नहीं बल्कि कांग्रेस के कार्यकर्ता हैं. उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ने अपने कार्यकर्ताओं को किसान के रूप में दिल्ली भेजा है.
'सरकार बातचीत के लिए तैयार'
किसानों पर वॉटर कैनन के इस्तेमाल के सवाल पर जेपी दलाल ने कहा कि किसानों को उस समय के हालात और कानून व्यवस्था बनाने के लिए रोका गया था, लेकिन अब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा दिया है कि सरकार किसानों से बात करने व समाधान करने को तैयार है. उन्होंने कहा कि कुछ लोग लठ से अपनी बात मनवाना चाहते हैं, जो लोकतंत्र में गलत है. जेपी दलाल का कहना है कि कृषि कानूनों को हरियाणा समेत पूरे देश के किसान समझ चुके हैं.
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उन्होंने कहा कि कृषि कानून लागू होने के बाद देश में जहां भी बड़े चुनाव हुए हैं, वहां पर लोगों ने भाजपा को चुना है. उन्होंने पंजाब सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि पंजाब में केवल दो फसलों के एमएसपी को लेकर कानून बनाया गया है और वो भी महज दो महीने के लिए, उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार को चाहिए कि वो किसानों की हर फसल हरियाणा की तर्ज पर एमएसपी पर खरीदे.