भिवानी: दुनिया में प्रत्येक व्यक्ति का मानवाधिकार है, इसकी जानकारी हर व्यक्ति को होनी चाहिए. मानवाधिकारों में मुख्यत: जीवन और स्वतंत्रता का अधिकार, गुलामी और यातना से मुक्ति का अधिकार, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार तथा काम व शिक्षा का अधिकार आदि शामिल हैं. अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं अपराध नियंत्रण परिषद के प्रदेश चेयरमैन डॉ. राजू मेहरा ने यह बात नई अनाज मंडी स्थित परिषद कार्यालय में अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस (International Human Rights Day) पर हुए कार्यक्रम के दौरान कही.
इस दौरान उन्होंने लोगों से अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होने की अपील भी की. अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं अपराध नियंत्रण परिषद के प्रदेश चेयरमैन के साथ ही डॉ. राजू मेहरा विश्व मानवाधिकार ट्रस्ट के प्रदेश अध्यक्ष, रिपब्लिकन सेना हरियाणा, पंजाब व राजस्थान के प्रभारी हैं. इस अवसर पर डॉ. राजू मेहरा ने कहा कि 10 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस मनाया जाता है. संयुक्त राष्ट्र ने 1948 में 10 दिसंबर को अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस घोषित किया था.
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जिसका उद्देश्य लोगों को मानवाधिकारों के महत्व के प्रति जागरूक करना है. इसके साथ ही इसके पालन के प्रति सजग रहने का संदेश देना भी है. मानवाधिकारों में बताया गया है कि एक इंसान जाति, रंग, धर्म, लिंग, भाषा, राजनीतिक, देश, मूल और जन्म के भेदभाव के बिना सभी मानवाधिकारों का हकदार है. मेहरा ने कहा कि मानव अधिकार का मतलब मनुष्यों को वो सभी अधिकार देना है, जो व्यक्ति के जीवन, स्वतंत्रता, समानता एवं प्रतिष्ठा से जुड़े हुए हैं. मानवाधिकार में स्वास्थ्य, आर्थिक, सामाजिक और शिक्षा का अधिकार भी शामिल है.
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