भिवानी: सप्ताहिक ऑनलाइन फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम में सिस्टम एप्लीकेशन प्रोडक्ट के विषय में बताया गया कि ये किस प्रकार शैक्षणिक संस्थानों और छात्रों के लिए भविष्य में अपनी भूमिका निभा सकता है. साथ ही उन्होंने घर पर रहकर काम करने और साइबर खतरों के विषय में भी विस्तृत चर्चा की.
इस मौके पर रजिस्ट्रार जितेंदर सिंह ने बताया की वैश्विक महामारी के इस दौर में आम नागरिक से लेकर सरकारों तक सभी के समक्ष चुनौतियां हैं, जिसका सामना एकजुट होकर ही किया जा सकता है. उन्होंने बताया कि वैश्विक स्तर पर सस्टेनेबल मॉडल कि आज सबसे अधिक जरूरत है. भविष्य का संसार डिजिटल संसार है. इसलिए सभी शैक्षणिक संस्थानों, औद्योगिक संस्थानों और वाणिज्यिक संस्थानों को डिजिटल होने की जरूरत है.
ये भी पढ़ें-दिल्ली की वजह से हरियाणा में फैल रहा संक्रमण- अनिल विज
उन्होंने डिजिटल कॉ-ऑर्डिनेशन डिजिटल मार्केटिंग और डायरेक्ट ब्रांड मार्केटिंग के संदर्भ में सभी प्रतिभागियों को बताया साथ ही सर्विस सेक्टर और रूरल इकोनामी के बारे में अपने विचार व्यक्त किए.