भिवानी: स्वास्थ्य विभाग भिवानी ने इंफ्लुएंजा के बढ़ते वायरस को लेकर सतर्कता बरतने की सलाह दी है. स्वास्थ्य विभाग भिवानी का कहना है कि समय रहते इलाज कराने पर इसे काबू में किया जा सकता है. भिवानी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रघुबीर शांडिल्य ने नागरिकों से अपील की है कि वे इंफ्लूएंजा से घबराए नहीं बल्कि समय रहते इलाज करवाएं.
भिवानी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रघुबीर शांडिल्य ने इंफ्लुएंजा फ्लू के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि एच1-एन1,व एच2-एन2, एच3-एन-1 एक फ्लू है. उन्होंने बताया कि पहली स्टेज में स्वाइन फ्लू कहते हैं और 9 एचजी में स्पेसिफिक टेस्ट करते हैं.
सीएमओ ने बताया कि ये फ्लू आमतौर पर 70 से 80 फीसदी माइल्ड टू मॉडरेट हो जाती है और ये अपने आप ही ठीक हो जाती है. रघुबीर शांडिल्य ने कहा कि जिस तरह कोरोना का टेस्ट किया जाता है, वैसे ही सही समय पर कंजरवेटिव इलाज होता है. इंफ्लुएंजा के बढ़ते लक्षणों के बारे में सीएमओ ने जानकारी दी कि सप्ताह भर से ज्यादा शरीर में दर्द होना, गले में खरास या खराब होना, खांसी, जुकाम, सांस लेने में दिक्कत, इसके लक्षण हैं. उन्होंने कहा कि समय रहते इलाज नहीं लिया गया या लापरवाही की तो व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती है.
वहीं फ्लू से बचाव के बारे में जानकारी देते हुए सीएमओ ने बताया कि सोशल डिस्टेंस रखें, बार-बार हैंडवाश करें, मास्क या कपड़े से मुंह को ढकें. भिवानी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रघुबीर शांडिल्य ने बताया कि इस वायरस से बचने के लिए भी कोविड के जैसे ही नियमों की पालना जरूरी है. उन्होंने बताया कि चौ. बंसीलाल नागरिक अस्पताल में टेस्ट और सेंपल की सुविधा है. फ्लू से ग्रसित मरीज के लिए वार्ड नंबर-9 आइसोलेशन बनाया गया है. उन्होंने बताया कि मरीज का सेंपल रोहतक भेजते हैं. मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रघुबीर शांडिल्य ने बताया कि इंफ्लूएंजा की एंटी वायरस टेबलेट भी है, जिसे ज्यादा दिक्कत होती है उसे 7 दिनों तक 75 एमजी देते हैं.
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