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बड़े पैमाने पर हुए इंफेक्शन के बाद हुई कार्रवाई, भिवानी के अस्पताल पर लगाया ताला

प्रदेश में अलग-अलग जिलों में मोतियांबिद के ऑपरेशन के दौरान आखों में हुए इंफेक्शन से पूरे अस्पताल प्रशासन में हड़कप मच गया है.

अस्पताल पर लगा ताला
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Published : Mar 28, 2019, 3:35 PM IST

भिवानीः प्रदेश में अलग-अलग जिलों में मोतियाबिंद के ऑपरेशन के दौरान आखों में हुए इंफेक्शन से पूरे अस्पताल प्रशासन में हड़कप मच गया है. भिवानी में भी कुछ ऐसा ही नजारा देखे को मिला जहां इलाज कराने आए मरीजों की आंखें ही खराब हो गई.

हरकत में आए अधिकारी

बता दें गुरुवार सुबह हुए इस हादसे के दौरान करीब 40 मरीजों को आखों में दिक्कत महसूस हुई तो उन्हें रोहतक पीजीआई रैफर कर दिया गया. फिलहाल उनका इलाज रोहतक पीजीआई में चल रहा है.

भिवानी के सीएमओ डॉ.आदित्य गुप्ता का कहना है कि जांच के आदेश दे दिए गए हैं और प्राथमिकता के तौर पर मरीजों का इलाज किया जा रहा है.

भिवानीः प्रदेश में अलग-अलग जिलों में मोतियाबिंद के ऑपरेशन के दौरान आखों में हुए इंफेक्शन से पूरे अस्पताल प्रशासन में हड़कप मच गया है. भिवानी में भी कुछ ऐसा ही नजारा देखे को मिला जहां इलाज कराने आए मरीजों की आंखें ही खराब हो गई.

हरकत में आए अधिकारी

बता दें गुरुवार सुबह हुए इस हादसे के दौरान करीब 40 मरीजों को आखों में दिक्कत महसूस हुई तो उन्हें रोहतक पीजीआई रैफर कर दिया गया. फिलहाल उनका इलाज रोहतक पीजीआई में चल रहा है.

भिवानी के सीएमओ डॉ.आदित्य गुप्ता का कहना है कि जांच के आदेश दे दिए गए हैं और प्राथमिकता के तौर पर मरीजों का इलाज किया जा रहा है.

सर, इस खबर से संबंधित वीडियो भेजी जा चुकी है।
FILE NAME : HAR_BHIWANI_INDERVES_ 28MAR_EYE HOSPITAL
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रिपोर्ट इन्द्रवेश दुहन भिवानी
दिनांक 28 मार्च। 
ऑप्रेशन के बाद 37 लोगों की आंखों पर बनी आफत
इंफेक्शन ज्यादा हुआ तो निकालनी पड़ सकती हैं आंखें
प्रदेश में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर इंफेक्शन
कुल 37 मरीज पीजीआई में भर्ती
    भिवानी में आपरेशन के बाद मरीजों की आखों में कमी की वजह से पूरा हस्पताल प्रशासन में हड़कप मच गया है। किशन लाल जालान आई हास्पताल से सभी मरीजों को वार्ड से डिस्चार्ज कर दिया गया है और वार्ड को ताला लगा दिया गया है। जहां सैंडकों मरीज रोजाना होते थे आज वहां पर बिल्कुल सूना दिखाई दे रहा है। करीब 40 मरीजों को आखों में दिक्कत महसूस हुई तो उन्हें रोहतक पीजीआई रैफर कर दिया गया। वहीं भिवानी के सीएमओ डा़आदित्य गुप्ता का कहना है कि जांच के आदेश दे दिए गए है और प्राथमिकता के तौर पर मरीजों का इलाज पहले है। 
    आंखों की रोशनी वापस लाने के लिए करवाया गया ऑप्रेशन ही अब मरीजों के लिए खतरा बन गया है। अलग-अलग जिलों के नागरिक अस्पतालों में हुए ऑप्रेशन के बाद 37 लोगों की आंखों पर आफत बन आई है। आंखों में संक्रमण के कारण मवाद (पश) बन गई है, मामला इतना गंभीर है कि मवाद ज्यादा होने पर आंख तक निकालनी पड़ सकती है। चिकित्सकों के अनुसार ज्यादातर मरीजों की आंखों की रोशनी जा सकती है। ये मरीज भिवानी, करनाल और झज्जर जिले से आए हैं। 37 में से करीब 30 मरीज भिवानी कृष्ण लाल जलाना गवर्नमेंट आई हॉस्पीटल से हैं। 
    भिवानी समेत अन्य जिलों के  भिवानी के नागरिक अस्पतालों में मोतियाबिंद के लिए आंखों के ऑप्रेशन हुए। वे घर भी चले गए। अगले ही दिन उनकी आंखों में तेज दर्द होने लगा। उन्होंने डॉक्टर से बात की तो बताया गया कि दर्द होगा, लेकिन दर्द असयहनीय होता चला गया। कई दिन बाद जब उन्होंने जांच करवाई तो पता चला कि आंखों में मवाद बन गई है। इसके बाद वे पीजीआई में इलाज के लिए आए। करीब 30 मरीज यहां ऐसे हैं जिन्होंने भिवानी के अस्पताल से ऑप्रेशन करवाया था।  स्थिति उस समय और भी गंभीर हो गई जब करनाल और झज्जर के नागरिक अस्पताल में ऑप्रेशन करवाने वाले मरीज भी पीजीआई पहुंच गए। सभी की आंखों में संक्रमण के कारण मवाद बन चुकी है। 
    इस बारे में जब चौधरी बंसी लाल नागरिक हस्पताल के सिविल सर्जन डा.आदित्य स्वरूप गुप्ता से बात की गई तो उनका कहना हेै कि भिवानी किशन लाल जालान आई हस्पताल से 16 मरीज है जिनकों आंख में दिक्कत हुई है। मरीजों को इलाज के लिए रोहतक पीजीआईं रैफर कर दिया गया है व आई स्पेशलिस्ट डा.एडविन को भी भेज दिया गया है । इसके साथ साथ जांच के आदेश भी दे दिए है जो भी दोषी पाया जाता है उसके खिलाफ सख्त कारवाई की जाएगी। उन्होनें कहा कि उनकी प्राथमिकता सबसे पहले मरीजों का इलाज है ताकि उनकी आखों की रोशनी का बचाया जा सके। 
    चिकित्सकों के अनुसार मवाद बनने का मतलब है संक्रमण गंभीर है। मरीज की आंखों की रोशनी बचाना तो मुश्किल है ही साथ ही मवाद ज्यादा बन जाती है तो आंखे निकालनी पड़ सकती है, क्योंकि मवाद पूरे शरीर में फैलने का डर रहता है। इसके अलावा दूसरी आंख को भी नुकसान हो सकता है।

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