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Haryana School Education Board: हरियाणा में होगी अंतरराष्ट्रीय स्तर की पढ़ाई, भिवानी बोर्ड ने इंटरनेशनल बैकलॉरिएट बोर्ड स्विट्जरलैंड के साथ साइन किया MoU - बोर्ड चेयरमैन वीपी यादव

Haryana School Education Board: हरियाणा शिक्षा विद्यालय बोर्ड शिक्षा नीति में बदलाव करने जा रहा है. जिसके चलते अब प्रदेश के विद्यार्थी इंटरनेशनल लेवल की शिक्षा ले सकेंगे और विदेशों में जाकर कंपीट कर सकेंगे. इसके लिए इंटरनेशनल बैकलॉरिएट बोर्ड स्विट्जरलैंड से हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड एक MoU साइन कर रहा है.

Haryana School Education Board
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : Oct 16, 2023, 10:59 PM IST

भिवानी: हरियाणा में शिक्षा क्षेत्र में सुधार के लिए हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने नई पहल की है. हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड प्रदेश के स्टूडेंट्स को इंटरनेशनल लेवल की शिक्षा देने के लिए भी आगे बढ़ रहा है. जिसके चलते दुनिया के 160 देशों में इंटरनेशनल लेवल की शिक्षा देने के लिए जाने जाने वाले इंटरनेशनल बैकलॉरिएट बोर्ड स्विट्जरलैंड से बोर्ड एक MoU साइन कर रहा है.

ये भी पढ़ें: हरियाणा में नकल करने वाले छात्रों की खैर नहीं, शिक्षा विभाग के इन सख्त नियमों से नहीं बच पाएंगे नकलची

इसके बाद इंटरनेशनल बैकलॉरिएट हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के अध्यापकों को समय-समय पर इंटरनेशनल स्तर का प्रशिक्षण देगा. तथा आईटी बोर्ड के सेलेबस को हरियाणा विद्यालय बोर्ड के सिलेबस में शामिल करेगा. जिससे हरियाणा के स्टूडेंट्स को इंटरनेशनल लेवल की शिक्षा मिल सकेगी. यह नई शिक्षा नीति 2021 को समाहित करते हुए होगी.

इंटरनेशनल बैकलॉरिएट बोर्ड के तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने हरियाणा का दौरा किया. इस दौरान भिवानी शिक्षा बोर्ड के साथ एमओयू को अंतिम रूप देने के लिए बोर्ड कार्यप्रणाली की भी जांच की गई. वहीं, अलग-अलग ब्रांचों में जाकर भी बोर्ड द्वारा काम करने के तरीके की जानकारी ली. इस बारे में जानकारी देते हुए बोर्ड चेयरमैन वीपी यादव ने बताया कि इंटरनेशनल बैकलॉरिएट बोर्ड के साथ हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड में एमओयू को राज्य सरकार की मंजूरी से अंतिम रूप दिया गया है.

वीपी यादव ने बताया कि इस एमओयू के साइन होने से प्रदेश के छात्र-छात्राओं को इंटरनेशनल स्तर की शिक्षा मिल पाएगी. जब बच्चों की पढ़ाई का आधार बहुत अच्छा होगा तो उनकी जानकारी, डिसिजन मेकिंग, क्वालिटी इन सारी चीजों में बड़े स्तर पर बदलाव होगा. वीपी यादव ने बताया कि NEP केवल स्कूल लेवल पर ही नहीं, बल्कि हायर एजुकेशन पर भी है, जिसके चलते हायर एजुकेशन पर भी काफी सारे बदलाव हो रहे हैं. करियर प्रोग्राम में जो बच्चे 11वीं में डिप्लोमा करेंगे और 12वीं में वहीं एडवांस डिप्लोमा कर लेते हैं. ऐसे में बच्चों को कोई ब्रिज कोर्स नहीं करना पड़ेगा. क्योंकि उसने पहले से ही आईबीसीपी किया होगा. उन्हे अलग से कोई टैस्ट भी देने की आवश्यकता नहीं रहेगी.

इंटरनेशनल बैकलॉरिएट ऑर्गेनाइजेशन के वरिष्ठ प्रबंधक महेश बालकृष्ण ने हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड का दौरा करने के बाद बताया कि उन्होंने हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की शैक्षणिक व्यवस्था, परीक्षा प्रणाली, मूल्यांकन प्रणाली, कौशल एवं विकास शिक्षा के बारे में जानकारी प्राप्त की है. उनके बोर्ड के कोर्स दुनिया के 160 देशों के पांच हजार के लगभग स्कूलों में पढ़ाए जाते हैं. जिनमें स्कूल स्तर की ग्लोबल एजुकेशन दी जाती है.अब हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भी उनके साथ जुड़ने जा रहा है. उनका उद्देश्य अमेरिका व यूरोप स्तर की बहुआयामी शिक्षा हरियाणा के छात्रों को देना है. ताकि दुनिया को ग्लोबल रूप से जानने वाले नागरिक तैयार हो सके.

ये भी पढ़ें: 5G Service in Haryana: हरियाणा में जल्द शुरू होगी 5G सेवा, मुख्य सचिव संजीव कौशल ने दिए अधिकारियों को निर्देश

भिवानी: हरियाणा में शिक्षा क्षेत्र में सुधार के लिए हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने नई पहल की है. हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड प्रदेश के स्टूडेंट्स को इंटरनेशनल लेवल की शिक्षा देने के लिए भी आगे बढ़ रहा है. जिसके चलते दुनिया के 160 देशों में इंटरनेशनल लेवल की शिक्षा देने के लिए जाने जाने वाले इंटरनेशनल बैकलॉरिएट बोर्ड स्विट्जरलैंड से बोर्ड एक MoU साइन कर रहा है.

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इसके बाद इंटरनेशनल बैकलॉरिएट हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के अध्यापकों को समय-समय पर इंटरनेशनल स्तर का प्रशिक्षण देगा. तथा आईटी बोर्ड के सेलेबस को हरियाणा विद्यालय बोर्ड के सिलेबस में शामिल करेगा. जिससे हरियाणा के स्टूडेंट्स को इंटरनेशनल लेवल की शिक्षा मिल सकेगी. यह नई शिक्षा नीति 2021 को समाहित करते हुए होगी.

इंटरनेशनल बैकलॉरिएट बोर्ड के तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने हरियाणा का दौरा किया. इस दौरान भिवानी शिक्षा बोर्ड के साथ एमओयू को अंतिम रूप देने के लिए बोर्ड कार्यप्रणाली की भी जांच की गई. वहीं, अलग-अलग ब्रांचों में जाकर भी बोर्ड द्वारा काम करने के तरीके की जानकारी ली. इस बारे में जानकारी देते हुए बोर्ड चेयरमैन वीपी यादव ने बताया कि इंटरनेशनल बैकलॉरिएट बोर्ड के साथ हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड में एमओयू को राज्य सरकार की मंजूरी से अंतिम रूप दिया गया है.

वीपी यादव ने बताया कि इस एमओयू के साइन होने से प्रदेश के छात्र-छात्राओं को इंटरनेशनल स्तर की शिक्षा मिल पाएगी. जब बच्चों की पढ़ाई का आधार बहुत अच्छा होगा तो उनकी जानकारी, डिसिजन मेकिंग, क्वालिटी इन सारी चीजों में बड़े स्तर पर बदलाव होगा. वीपी यादव ने बताया कि NEP केवल स्कूल लेवल पर ही नहीं, बल्कि हायर एजुकेशन पर भी है, जिसके चलते हायर एजुकेशन पर भी काफी सारे बदलाव हो रहे हैं. करियर प्रोग्राम में जो बच्चे 11वीं में डिप्लोमा करेंगे और 12वीं में वहीं एडवांस डिप्लोमा कर लेते हैं. ऐसे में बच्चों को कोई ब्रिज कोर्स नहीं करना पड़ेगा. क्योंकि उसने पहले से ही आईबीसीपी किया होगा. उन्हे अलग से कोई टैस्ट भी देने की आवश्यकता नहीं रहेगी.

इंटरनेशनल बैकलॉरिएट ऑर्गेनाइजेशन के वरिष्ठ प्रबंधक महेश बालकृष्ण ने हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड का दौरा करने के बाद बताया कि उन्होंने हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की शैक्षणिक व्यवस्था, परीक्षा प्रणाली, मूल्यांकन प्रणाली, कौशल एवं विकास शिक्षा के बारे में जानकारी प्राप्त की है. उनके बोर्ड के कोर्स दुनिया के 160 देशों के पांच हजार के लगभग स्कूलों में पढ़ाए जाते हैं. जिनमें स्कूल स्तर की ग्लोबल एजुकेशन दी जाती है.अब हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भी उनके साथ जुड़ने जा रहा है. उनका उद्देश्य अमेरिका व यूरोप स्तर की बहुआयामी शिक्षा हरियाणा के छात्रों को देना है. ताकि दुनिया को ग्लोबल रूप से जानने वाले नागरिक तैयार हो सके.

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