भिवानी: हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने डीएलएड प्रवेश वर्ष-2020 (प्रथम वर्ष नियमित), डीएलएड प्रवेश वर्ष-2019 (प्रथम वर्ष रि-अपीयर व द्वितीय वर्ष नियमित) एवं डीएलएड प्रवेश वर्ष-2018 (प्रथम व द्वितीय वर्ष रि-अपीयर) परीक्षाएं अगस्त-2021 का परीक्षा परिणाम शुक्रवार को घोषित कर दिया. छात्र-अध्यापक अपना परीक्षा परिणाम बोर्ड की अधिकारिक वेबसाइट पर देख सकते हैं.
बोर्ड अध्यक्ष डॉ. जगबीर सिंह, उपाध्यक्ष वीपी यादव एवं सचिव कृष्ण कुमार ने बताया कि वार्षिक प्रणाली के तहत डीएलएड प्रथम वर्ष-2020 (नियमित) परीक्षा में 13 हजार 768 परीक्षार्थी प्रविष्ट हुए, जिनमें से सात हजार 336 उत्तीर्ण रहे एवं छह: हजार 213 छात्र-अध्यापकों की रि-अपीयर आई है, जिनकी पास प्रतिशतता 53.28 रही है. परीक्षा में आठ हजार 560 छात्र-अध्यापिकाओं में से चार हजार 918 छात्र-अध्यापिका उत्तीर्ण हुए हैं, जिनकी पास प्रतिशतता 57.45 रही है तथा पांच हजार 208 छात्र-अध्यापकों में से दो हजार 418 छात्र-अध्यापक उत्तीर्ण हुए हैं, जिनकी पास प्रतिशतता 46.42 रही है.
बोर्ड चेयरमैन ने बताया कि इसी प्रकार डीएलएड द्वितीय वर्ष-2019 (नियमित) परीक्षा में 10 हजार 714 परीक्षार्थी प्रविष्ट हुए, जिनमें से सात हजार 768 उत्तीर्ण रहे एवं दो हजार 946 छात्र-अध्यापकों की रि-अपीयर आई है, जिनकी पास प्रतिशतता 72.50 रही है.
इस परीक्षा में सात हजार 40 छात्र-अध्यापिकाओं में से पांच हजार 290 छात्र-अध्यापिका उत्तीर्ण हुए हैं, जिनकी पास प्रतिशतता 75.14 रही है तथा तीन हजार 674 छात्र-अध्यापकों में से दो हजार 478 छात्र-अध्यापक उत्तीर्ण हुए हैं, जिनकी पास प्रतिशतता 67.45 रही है. उन्होंने बताया कि डीएलएड प्रथम वर्ष-2019 (रि-अपीयर) परीक्षा में दो हजार 46 परीक्षार्थी प्रविष्ट हुए, जिनमें से एक हजार 265 उत्तीर्ण रहे एवं 781 छात्र-अध्यापक फेल रहें, जिनकी पास प्रतिशतता 61.83 रही है. इस परीक्षा में एक हजार 194 छात्र-अध्यापिकाओं में से 708 छात्र-अध्यापिका उत्तीर्ण रहे हैं, जिनकी पास प्रतिशतता 59.30 रही है.
वहीं 852 छात्र-अध्यापकों में से 557 छात्र-अध्यापक उत्तीर्ण हुए हैं, जिनकी पास प्रतिशतता 65.38 रही है. उन्होंने बताया कि डीएलएड प्रथम वर्ष-2018 (रि-अपीयर) परीक्षा में 425 परीक्षार्थी प्रविष्ट हुए जिनमें से 176 उत्तीर्ण रहे एवं 249 छात्र-अध्यापक नॉट फिट फॉर डिप्लोमा रहें, जिनकी पास प्रतिशतता 41.41 रही है. इस परीक्षा में 252 छात्र-अध्यापिकाओं में से 112 छात्र-अध्यापिका उत्तीर्ण हुए हैं, जिनकी पास प्रतिशतता 44.44 रही है तथा 173 छात्र-अध्यापकों में से 64 छात्र-अध्यापक उत्तीर्ण हुए हैं, जिनकी पास प्रतिशतता 36.99 रही है.
चेयरमैन ने बताया कि डीएलएड द्वितीय वर्ष-2018 (रि-अपीयर) परीक्षा में एक हजार 167 परीक्षार्थी प्रविष्ट हुए, जिनमें से 807 उत्तीर्ण रहे एवं 360 छात्र-अध्यापक नॉट फिट फॉर डिप्लोमा रहें, जिनकी पास प्रतिशतता 69.15 रही है.
इस परीक्षा में 673 छात्र-अध्यापिकाओं में से 472 छात्र-अध्यापिका उत्तीर्ण हुई है, जिनकी पास प्रतिशतता 70.13 रही है तथा 494 छात्र-अध्यापकों में से 335 छात्र-अध्यापक उत्तीर्ण हुए हैं, जिनकी पास प्रतिशतता 67.81 रही है. बोर्ड सचिव ने बताया कि परीक्षा की संस्थावार परिणाम शीट्स संस्थाओं की लॉगिन आईडी पर भेजी जाएगी तथा परीक्षा में रि-अपीयर/फेल रहे छात्र-अध्यापकों के आगामी परीक्षा हेतु आवेदन-पत्र भी सम्बन्धित संस्था की लॉगिन आईडी पर उपलब्ध पैनल के माध्यम से ऑनलाइन भरे जाएगें. उन्होंने आगे बताया कि डीएलएड (रि-अपीयर/फेल) छात्र-अध्यापक के लिए परीक्षा शुल्क 800/- रुपये प्रति विषय है, एक से अधिक विषयों में रि-अपीयर/फेल परीक्षा शुल्क प्रति विषय 200 रुपये अतिरिक्त होगा और अधिकतम परीक्षा शुल्क 2000 रुपये प्रति छात्र-अध्यापक होगा.