भिवानी: कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए देश को लॉकडाउन किया गया है. जहां एक तरफ लॉकडाउन से कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोका जा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ लॉकडाउन की वजह से गरीबों के सामने दो वक्त की रोटी जुटाने का संकट भी खड़ा हो गया है. ऐसे में रेड क्रॉस संस्थान आगे आकर गरीबों की मदद कर रही है.
भिवानी रेडक्रॉस सोसायटी की महिला वालंटियर्स भी लॉकडाउन के पहले दिन से निरंतर काम में लगी हैं. महिला वालंटियर की ये टीम सुबह नौ बजे अपने काम के लिए निकलती हैं, जो शाम पांच बजे तक जारी रहता है. महिला वालंटियर शहर में जरूरतमंद लोगों का सर्वे कर रही हैं, ताकि उनको भोजन मुहैया करवाया जा सके. सामाजिक संस्थाओं के सहयोग ये वालंटियर बेसहारों को भोजन मुहैया करवा रही हैं.
ये महिला वालंटियर्स सर्वे और राशन वितरण के दौरान महिलाओं को सामाजिक दूरी बनाए रखने और मॉस्क पहनने के बारे में भी जागरूक कर रही हैं. बलियाली गांव निवासी अनीता मास्टर भी इन महिला वालंटियर्स में से एक है. अनीता मास्टर ने बताया कि हालांकि ये बीमारी हमारे लिए संकट की घड़ी है, लेकिन उनके लिए ये समाजसेवा का सबसे बड़ा मौका है, जिसे वो गंवाना नहीं चाहती हैं.
ये भी पढ़िए: हरियाणा में 66.54 प्रतिशत की दर से कोरोना मरीजों की रिकवरी, एक्टिव केस 89 बचे
वहीं एक दूसरी महिला वालंटियर हंसा बाई ने कहा कि वो 12 वीं पास हैं और उसके लिए जरूरतमंदों की सवा करना प्राथमिकता है. हंसा बाई भी अन्य वालंटीयर की तरह सुबह नौ से शाम पांच बजे तक काम करती है. वो राशन वितरण के साथ-साथ महिलाओं को सामाजिक दूरी बनाए रखने के बारे में जागरूक करती हैं.