भिवानी: कृषि कानूनों के विरोध में किसान संगठनों ने भिवानी में विरोध स्वरूप धनाना गांव में जींद-भिवानी एनएच-709 को जाम कर रोष जताया. किसान संगठनों ने ये कानून वापस ना होने तक आंदोलन जारी रखने की चेतावनी दी और 26-27 नवंबर को दिल्ली कूच की बात कही. किसान संगठन कृषि कानूनों को लेकर विरोध करते आ रहे हैं.
दरअसल भारतीय किसान यूनियन ने वीरवार को देश भर में भारत बंद का ऐलान किया था. इसी के तहत गांव धनाना में किसानों ने जिला स्तरीय विरोध प्रदर्शन करते हुए कुछ देर के लिए रोड जाम कर रोष जताया. किसान संगठनों के इस विरोध को देखते हुए मौके पर भारी पुलिस बल तैनात रहा.
किसान नेता जोगेंद्र तालु ने बताया कि ये कृषि कानून किसानों के विरोध में है और बड़ी कंपनियों को लाभ पहुंचाने के लिए लाए गए हैं. किसान नेताओं ने कहा कि ये कानून किसानों को खत्म कर देंगे. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक ये कानून वापस नहीं होंगे, उनका आंदोलन जारी रहेगा और 26-27 नवंबर को दिल्ली कूच करके सरकार को किसानों की ताकत का एहसास करवाया जाएगा.
वहीं मौके पर मौजूद डीएसपी वीरेंद्र सिंह ने किसानों को समझा कर जल्द ही जाम खुलवा दिया. संख्या कम होने के चलते किसान रोष जताकर जल्दी ही मान भी गए. डीएसपी वीरेन्द्र सिंह ने कहा कि पुलिस की सभी तैयारी पुरी थी, लेकिन किसी प्रकार की कोई अव्यवस्था नहीं हुई. उन्होंने कहा कि स्थिति सामान्य रही और 10 मिनट में ही जाम खुल गया.
केंद्र व प्रदेश सरकार व उसके मंत्री कृषि कानूनों को किसान हितैषी होने का दावा करते नहीं थकते, वहीं किसान संगठन शुरू से इनका विरोध कर कभी पुलिस की लाठियां खा रहे हैं, तो कभी गिरफ्तारी दे रहे हैं.अब देखना होगा कि सड़क से शुरू हुआ किसानों का रोष संसद के पास जाकर क्या रूख अपनाता है.
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