फरीदाबाद: पर्यावरण संरक्षण को लेकर फरीदाबाद के अरुण नाम के युवक ने एक मिसाल पेश की है. अरुण मित्तल ने करीब 3 हजार किलोमीटर की यात्रा पूरी कर लोगों को पर्यावरण बचाने का संदेश दिया. अरुण मित्तल ने अपनी इस यात्रा को कश्मीर से शुरू कर कन्याकुमारी तक खत्म किया.
3 हजार किमी का तय किया पैदल सफर
बता दें कि अरुण ने अपनी इस यात्रा को पूरा करने के लिए किसी वाहन का सहारा नहीं लिया. उन्होंने इस यात्रा को पैदल ही पूरा किया है. अरुण ने अपनी इस यात्रा के जरिए देश में पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों को जागरुक किया. उसने अपनी इस यात्रा को 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर कन्याकुमारी में पौधा लगाकर पूरा किया.
पर्यावरण को बचाने की अपील की
अरुण ने 14 सितंबर 2019 को अपनी इस यात्रा को शुरू किया था, जो 5 जून को कन्याकुमारी में खत्म हुई. यात्रा खत्म होने के बाद अरुण ने बताया कि पर्यावरण को बचाने की जिम्मेदारी हम सब की है. उन्होंने कहा कि पर्यावरण की रक्षा करें. क्योंकि, पर्यावरण है तो हम स्वस्थ हैं. अगर पर्यावरण नष्ट हो जाएगा तो कोई भी जीवन संभव नहीं है.
जलवायु परिवर्तन को लेकर जाहिर की चिंता
उन्होंने कहा कि अमेजन के जंगल और ऑस्ट्रेलिया की जंगलों में जो आग लगी वो सब जलवायु परिवर्तन का परिणाम था. उन्होंने कहा कि इतने पेड़ जलने से पर्यावरण को काफी नुकसान हुआ है. इसके बावजूद भी पेड़ों की कटाई जारी है.
तमिलनाडु में दो महीने फंसे थे
अरुण ने बताया कि यात्रा के दौरान उन्हें काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा. जंगल, रेगिस्तान, नदी, पहाड़ सब कुछ उन्होंने पैदल ही पार किए. इसके अलावा उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के दौरान करीब 2 महीने तक वो तमिलनाडु में एक ही जगह पर फंसे रहे, जिसकी वजह से वो यात्रा समय से पूरी नहीं कर पाए.
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पर्यावरण बचाना मकसद
हालांकि, उनकी इस कठिन यात्रा के दौरान लोगों ने भी मदद की. उन्होंने कहा कि लोगों को पर्यावरण बचाने और पेड़ लगाने को लेकर जागरूक किया है. उन्होंने कहा कि सभी लोगों को कम से कम चार चार पेड़ जरुर लगाने चाहिए.